विद्यादान से बढ़कर कोई कमाई नहीं-श्री लखमा

सुकमा प्रदेश के वाणिज्यक कर (आबकारी) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा है कि विद्यादान से बढ़कर कोई दान नहीं हो सकता हैं। शिक्षक अपने विद्यार्थियों को जो शिक्षा देते है उससे ही उनका जीवन आगे बढ़ता है, विकास होता है, गुरू के ज्ञानदान से ही विद्यार्थी आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर, जज और राजनेता बनते हैं। श्री लखमा आज यहां सुकमा में भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर आयोजित शिक्षक दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह के अवसर पर कार्यक्रम मे ंमुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधा कृष्णन को महान शिक्षक बताया और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को अविष्मरणीय बताया।
श्री कवासी लखमा ने शिक्षकों के कार्यों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे हमारे बच्चों को भावी समय के लिए काबिल नागरिक बनाने में समुचित योगदान प्रदान करें। ये काबिल नागरिक ही देश के विकास में भागीदार बनेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे जिले के शिक्षक भी जिलें में कठिन रास्तों से गुजर कर दुरूस्त क्षेत्र के गांवों के बच्चों को पढ़ाने जाते हैं, जो अति सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि जिले के जगरगुण्डा और भेज्जी में पिछले 13 सालों से बंद पड़े स्कूलों को पुनः संचालित कर बच्चों को शिक्षित किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि शेष रहे गए बंद स्कूलों को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा। श्री लखमा ने कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का सर्वोच्च प्राथमिक कार्य राज्य के बच्चों को सशक्त बनाना हैं इसलिए राज्य के बच्चों में व्याप्त कुपोषण को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया गया हैं। बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषक तत्वों से युक्त आहार प्रदान किया जा रहा हैं। वहीं पर गर्भवती माताओं और शिशुवती माताओं को भी पोष्टिक आहार, गर्म भोजन, रेडी-टू-ईट दिया जा रहा हैं। श्री लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिला खनिज न्यास निधि का पैसा अब बच्चों की शिक्षा और उनके सुपोषण पर खर्च करने का फैसला लिया है जो सराहरीय हैं।
जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री हरीश कवासी ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा व्यक्ति को जिम्मेदार और आत्मनिर्भर बनाती हैं। शिक्षा से ही हमारा विकास संभव हैं और शिक्षा प्रदान करने का काम हमारे गुरूजन करते हैं, हमें शिक्षकों का सदैव सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हमारे जिले का हर बच्चा पढ़ेगा लिखेगा तब ही क्षेत्र की उन्नति होगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने कहा कि सुकमा में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य हो रहे हैं। जिले में दुर्गम दुरूस्त गांव में जहां पिछले 13 सालों से स्कूल बंद थे अब यहां के विधायक एवं राज्य शासन के मंत्री श्री कवासी लखमा के सहयोग से जिला प्रशासन ने लगभग एक सौ स्कूलों का संचालन शुरू किया हैं। कलेक्टर ने कहा कि हमारे शिक्षक छात्रों को पढ़ाने के लिए इन दूरस्त और दूर्गम क्षेत्रों में जा रहे हैं, उनका यह कार्य काबिले-तारीफ हैं। कलेक्टर ने बताया कि जिले के एक सौ स्कूलों में लायब्रेरी (पुस्तकालय) खोले जा रहे हैं जिसका लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा। कार्यक्रम को श्री करण सिंह देव, श्री लेखराम साहू, वरिष्ठ पूर्व शिक्षक ई रामचन्द्र राव ने भी संबोधित किया।
शिक्षक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरूस्कार प्रदान किए गए। इसमें माध्यमिक शाला चिपुरपाल के प्रधान अध्यापक श्री बिहारीलाल ठाकुर, पूर्व माध्यमिक शाला पावारास के शिक्षिका श्रीमती मौलिका खान और माध्यमिक शाला पुसपाल के शिक्षक श्री कुम्भकरण गुरूवर को ज्ञानदीप पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। इसी तरह से शिक्षादूत पुरूस्कार से सुकमा ब्लाक के अन्तर्गत प्राथमिक शाला जामपारा की शिक्षिका श्रीमती चंचल चन्द्राकर, कुमारी शिरोमणी शामुएल, बालक आश्रम रामाराम की शिक्षिका श्रीमती शुब्बी मरकाम, छिन्दगढ़ ब्लाक के प्राथमिक शाला टेमरूटिकरा के शिक्षक श्री मनमोहन बृज, प्राथमिक शाला नेतानार की शिक्षिका श्रीमती मीना हुमने और प्राथमिक शाला कांजीपानी के शिक्षक श्री कुशलराम नेगी तथा कोण्टा ब्लाक के प्राथमिक शाला कोण्टागांव की शिक्षिका श्रीमती एट्टी संगीता, बालक आश्रम मरईगुड़ा के शिक्षक श्री विनोद कुमार वर्मा तथा प्राथमिक शाला देवरपल्ली के शिक्षक श्री रामधर बंजारे को सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि राज्य स्तर पर जिले के शिक्षकों को सम्मानित किया गया है। इसमें कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुकमा की व्याख्याता श्रीमती रीना सिंह, कन्या हाई स्कूल कोण्टा के अध्यापक श्री सुशील श्रीवास को सम्मानित किया गया। जबकि संभागीय स्तर पर कन्या हाई स्कूल तोंगपाल के प्राचार्य श्री लोखण्डे को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत शिक्षकों को भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री बोड्डू राजा के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि, शिक्षक एवं बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी मौजूद थे।

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