CAA बयान पर नडेला ने दिया स्पष्टीकरण

नई दिल्ली
दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी के सीईओ ने नागरिकता (संसोधन) कानून, 2019 पर अपने बयान के हवाले से प्रकाशित खबरों पर स्पष्टीकरण पेश किया है। उन्होंने कहा है कि हर देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है और करना भी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर मुद्दे पर सरकारें और आम जनता परिस्थितिजन्य सीमाओं पर बहस करती हैं।

सत्या नडेला की यह सफाई माइक्रोसॉफ्ट के ट्विटर हैंडल से ट्वीट की गई है। इसमें कहा गया है, हर देश अपनी सीमाओं (बॉर्डर्स) को परिभाषित करेगा, ‘अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और उसी के मुताबिक इमिग्रेशन पॉलिसी भी तय करेगा जो करना भी चाहिए। और लोकतांत्रिक व्यवस्था से संचालित देशों में यह कुछ ऐसा है जिस पर लोग और सरकारें बहस करेंगी और परिस्थितियों के मुताबिक परिभाषा भी तय करेंगी।’

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नडेला ने अपनी सफाई में भारत में अपने पालन-पोषण और यहां की समावेशी संस्कृति का भी हवाला दिया। माइक्रोसॉफ्ट के ट्वीट में आगे लिखा है, ‘मेरी समझ भारतीय विरासत में विकसित हुई है, भारत के बहुसांस्कृतिक परिवेश में पला-बढ़ा और अमेरिका में शरणार्थी होने का अनुभव हासिल किया।’

माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने इच्छा जताई कि वह किसी शरणार्थी को भारत में स्टार्ट-अप खड़ा करते या फिर किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी को लीड करते देखना चाहते हैं। ट्वीट में कहा गया है, ‘मेरी भारत से आशा है कि वहां कोई शरणार्थी एक समृद्ध स्टार्ट-अप बनाने या मल्टिनैशनल कॉर्पोरेशन को लीड करने का सपना देख सके जिसका भारतीय समाज और व्यापक तौर पर वहां की इकॉनमी को फायदा मिले।’

दरअसल, अमेरिकी शहर मैनहटन में संवाददाताओं के साथ बातचीत में सत्या नडेला ने सीएए पर दुख जताते हुए कहा था कि यह खराब है। हालांकि, उन्होंने तब भी कहा था कि हर देश को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा तय करने का अधिकार है और करना भी चाहिए। उन्होंने तब कहा था कि वह भारत में किसी बांग्लादेशी शरणार्थी को अगला यूनिकॉर्न खड़ा करते या इन्फोसिस का अगला सीईओ बनते देखना चाहते हैं।

Source: National

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