बता दें कि इस नृशंस हत्याकांड में मुख्य आरोपी रही की हत्या की जा चुकी है। सरकारी वकील राजू पोरवाल के मुताबिक, ‘केस डायरी को तलाशे जाने के आदेश दिए गए हैं। संबंधित सेशन्स क्लर्क को इस संबंध में नोटिस जारी किया जा चुका है।’
आरोप है कि अपने साथ हुए गैंगरेप का बदला लेने के लिए फूलन देवी और उनके गैंग के अन्य लोगों ने 14 फरवरी 1981 को बेहमई में 20 लोगों को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। मारे गए लोगों में से 17 लोग ठाकुर बिरादरी से थे। वारदात के दो साल बाद तक पुलिस फूलन देवी को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। 1983 में फूलन ने मध्य प्रदेश में आत्मसमर्पण कर दिया था।
के कई आरोपियों की हो चुकी है मौत
बेहमई हत्याकांड की मुख्य आरोपी फूलन देवी समेत कई आरोपियों की अलग-अलग कारणों से मौत हो चुकी है लेकिन अभी तक इस मामले में फैसला नहीं आ सका है। बेहमई केस में अब फूलन मुख्य आरोपी नहीं है। इस साल छह जनवरी को इस मामले में फैसला आना था, लेकिन बचाव पक्ष की दलीलों के चलते 18 जनवरी की तारीख दे दी गई और मामला एक बार फिर से टल गया।
(इनपुट्स- प्रवीन मोहता, एनबीटी)
Source: International