'कमलनाथ सरकार भूली वचनपत्र के वादे', विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक मुन्नालाल

भोपाल
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को कांग्रेस विधायक मध्य प्रदेश के बाहर धरने पर बैठ गए। गोयल का कहना है कि सूबे की कांग्रेस सरकार अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को भूल गई है, इसलिए उन वादों को याद दिलाने के लिए वह धरने पर बैठे।

एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में ग्वालियर पूर्व से मुन्नालाल गोयल ने कहा कि उनका धरना प्रदेश सरकार या मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ नहीं था। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने अपने में भूमिहीन किसानों को पट्टा देने का वादा किया था, लेकिन मेरे क्षेत्र में अभी तक किसी को पट्टा नहीं मिला है। पार्टी के वादों के भरोसे ही सरकार बनती है, हम भी उसी के भरोसे विधायक बनते हैं, जब वे वादे पूरे नहीं होते तो जनता हमसे सवाल पूछती है।’ उन्होंने कहा कि सरकार को वचनपत्र में किए गए वादे याद दिलाने के लिए हम सांकेतिक धरने पर बैठे थे।

‘बीजेपी सरकार का सर्वे निरस्त करें सीएम’
गोयल ने उन्होंने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र के माध्यम से इस बारे में सूचना दे दी थी कि वह विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे। उन्होंने मांग की कि उनकी विधानसभा में रह रहे 1200 गरीब भूमिहीन परिवारों को पट्टा दिया जाए। साथ ही गोयल ने 2014 में बीजेपी सरकार के दौरान कराए गए सर्वे को निरस्त कर भूमिहीन किसानों को पट्टे देने के लिए फिर से सर्वे कराए जाने की भी मांग की।

एडीएम पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अभद्रता का आरोप
मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखे गए पत्र में गोयल ने ग्वालियर के एडीएम अनूप सिंह का ट्रांसफर करने की भी मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि अनूप सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अभद्रता करते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विधायकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रत्येक 15 दिन में मुख्यमंत्री संभाग के विधायकों के साथ बैठकर विकास कार्यों की समीक्षा करें।

Source: Madhyapradesh

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