सीनियर उपाध्यक्ष पद पर कैप्टन अभिमन्यु को चुना गया है जबकि अन्य उपाध्यक्षों में अमरिंदर सिंह बजाज, रुपक देबरॉय, केके जादम, रूपेश कर, चेतन कावलेकर, कैलाश मोरारका, पाइया बान्याल वार नोंगबरी, डी.के. विद्यार्थी के नाम हैं। प्रमोद चंद्रूकर को महासचिव चुना गया है। संयुक्त सचिव दिनेश फाटुभाई हैं और उनके अलावा छह और संयुक्त सचिव चुने गए हैं जिनमें केबी गुरंग, राम निवास हुड्डा, सयैद अली हुसैनी, सुमांता चंद्र मोहंती, कोंजुम रिबा और जोरिया पाउल उम्माचेरिल के नाम शामिल हैं। राजेंद्र सिंह तोमर को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
एक बयान में मुंडा ने कहा, ‘विश्व तीरंदाजी की तरफ से लगाए गए बैन को हटाना, खेल मंत्रालय से संघ का मान्यता दिलाना, ज्यादा से ज्यादा तीरंदाजी अकादमियों की स्थापना करना, संघ की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाना, स्पॉन्सरशिप आदि से फंड इकट्ठा करना हमारी प्राथमिकता सूची में है।’
उन्होंने कहा, ‘तोक्यो ओलिंपिक में महिला वर्ग में फुल कोटा हासिल करना, भारतीय टीम को ओलिंपिक के लिए और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए तैयार करना और सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराना हमारा लक्ष्य है।’ एएआई के चुनाव दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद आयोजित किए गए हैं। इससे पहले भी एएआई के चुनाव हुए थे लेकिन दो अलग-अलग गुटों द्वारा नई दिल्ली और चंडीगढ़ में चुनाव कराए जाने के कारण विश्व तीरंदाजी ने उन्हें मान्य नहीं किया था क्योंकि यह उसके नियमों का उल्लंघन था।
वीके मल्होत्रा और बीवीपी राव के दो धड़ों के बीच विवाद के कारण दो अलग-अलग चुनाव 9 जून को नई दिल्ली और चंडीगढ़ में कराए गए थे। विश्व तीरंदाजी संघ द्वारा निलंबन की धमकी के बावजूद यह चुनाव कराए गए थे। इसका हालांकि फायदा नहीं निकला क्योंकि अगस्त में विश्व संस्था ने अपनी धमकी को अमलीजामा पहना दिया।
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