कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच लंबे समय से चले आ रहे को एक बार फिर हवा मिली है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने साफ कर दिया है कि राज्य की एक इंच भी जमीन महाराष्ट्र को नहीं दी जाएगी। उनका आरोप था कि राजनीतिक फायदे के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मुद्दे को फिर से उछाल रहे हैं। रविवार को शिवसेना सांसद ने केंद्रीय गृह मंत्री से अपील की है कि उन्हें इस विवाद का हल निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘बेलगाम में रहने वाले मराठी लोग पिछले 70 सालों से इस लड़ाई को लड़ रहे हैं और महाराष्ट्र में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में भी यह मामला 14 सालों से लंबित है। सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला लेगा हमें मंजूर होगा।’ राउत ने आगे कहा, ‘वहां लाखों मराठी लोग रहते हैं और वे अपनी भाषा और संस्कृति को फॉलो करते रहेंगे। मैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि वह भाषा विवाद में न पड़ें।’
संजय राउत ने कहा, ‘गृह मंत्रालय ने कश्मीर विवाद को सुलझा दिया और अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म कर दिया। अगर अमित शाह चाहें तो बेलगाम विवाद को भी सुलझा सकते हैं। यह मामला गृह मंत्रालय के अधीन आता है। एक मजबूत गृह मंत्री, जिसने संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाया, वह इसे भी सुलझा सकता है।’
कर्नाटक के बेलगाम पर महाराष्ट्र करता है दावा
बता दें कि कर्नाटक के बेलगाम पर महाराष्ट्र अपना दावा करता है जहां मराठी भाषी लोगों की अच्छी-खासी आबादी रहती है। बेलगाम विवाद को देखते हुए पिछले महीने महाराष्ट्र के कोल्हापुर से कर्नाटक जाने वाली बस सेवा भी निलंबित कर दी गई थी, लेकिन बाद में उसे बहाल कर दिया गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस महीने की शुरुआत में दो मंत्रियों छगन भुजबल और एकनाथ शिंदे को कर्नाटक सरकार के साथ सीमा विवाद से संबंधित मामलों पर बातचीत तेज करने के सरकार के प्रयासों को देखने के लिए समन्वयक बनाया था।
(एएनआई से इनपुट्स के साथ)
Source: National