बलिया
को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच चल रही बहस में यूपी के बलिया जिले के सदर तहसीलदार भी कूद गए हैं। तहसीलदार शिवसागर दुबे ने सावरकर का विरोध करने वालों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की। अपने फेसबुक अकाउंट पर सावरकर की वकालत करते हुए शिवसागर ने कहा कि जो उनका इतिहास नहीं जानते हैं वे मूर्ख हैं। तहसीलदार की फेसबुक पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया हुई तो कुछ लोगों ने उन्हें अपने बच्चे का नाम सावरकर रखने की चुनौती भी दे डाली। इस पर तहसीलदार ने अपने पोते का नाम सावरकर रखने का ऐलान किया।
को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच चल रही बहस में यूपी के बलिया जिले के सदर तहसीलदार भी कूद गए हैं। तहसीलदार शिवसागर दुबे ने सावरकर का विरोध करने वालों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की। अपने फेसबुक अकाउंट पर सावरकर की वकालत करते हुए शिवसागर ने कहा कि जो उनका इतिहास नहीं जानते हैं वे मूर्ख हैं। तहसीलदार की फेसबुक पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया हुई तो कुछ लोगों ने उन्हें अपने बच्चे का नाम सावरकर रखने की चुनौती भी दे डाली। इस पर तहसीलदार ने अपने पोते का नाम सावरकर रखने का ऐलान किया।
बलिया के शिव सागर दुबे तहसीलदार/मैजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। बुधवार को उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘कुछ मूर्ख जिन्हें इतिहास का जरा भी ज्ञान नहीं हैं वीर सावरकर पर टिप्पणी कर रहे हैं।’ उसी पोस्ट पर आगे लिखा सूर्य पर थूकोगे तो वह वापस आएगा।
उनकी इस पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट्स किए कि अगर सावरकर वीर थे तो लोग अपने बच्चे का नाम सावरकर क्यों नहीं रखते? इस पर जवाब देते सदर तहसीलदार ने कहा कि वह अपने पोते का नाम सावरकर रखेंगे।
बता दें कि सावरकर को लेकर केंद्र की राजनीति में इन दिनों काफी घमासान मचा हुआ है। इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब महाराष्ट्र चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में ऐलान किया कि सरकार बनने पर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।
Source: International