जैसी बीमारियों से भविष्य में मोर्चा लेने के लिए बीएमसी ने कस्तूरबा अस्पताल में आइसोलेशन बेड्स की संख्या बढ़ाकर 140 बेड्स करने के फैसला लिया है। यह काम आने वाले डेढ़ सालों में पूरा किया जाएगा। ऐसा होने के बाद आइसोलेशन बेड्स की मामले में कस्तूरबा देश का सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा।
बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर सुरेश काकानी ने बताया, ‘आइसोलेशन बेड्स के मामले में कस्तूरबा अब भी राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल है। फिलहाल यहां 28 बेड्स की सुविधा है, जिनकी संख्या आने वाले समय में बढ़ाकर 140 की जाएगी। वर्तमान में कोरोना वायरस की समस्या को देखते हुए बजट में 2 करोड़ रुपये कस्तूरबा अस्पताल को दिया गया है।’
पढ़ें:
65 करोड़ रुपये का एक प्लान तैयार
उन्होंने कहा कि, ‘इसके तहत अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड को और बेहतर बनाने और बीमारी की रोकथाम के लिए काम किए जाने हैं। भविष्य में कोरोना वायरस की तरह दूसरी बीमारी के आउटब्रेक की आशंका को देखते हुए हमने कस्तूरबा में सुविधा बढ़ाने का फैसला लिया है। जिसके लिए 65 करोड़ रुपये का एक प्लान तैयार किया गया है। कस्तूरबा में 3 मंजिला एक नई इमारत बनाई जाएगी, जिसमें 140 बेड्स की सुविधा होगी। ये सभी बेड्स आइसोलेशन बेड्स होंगे। केंद्र सरकार की ओर से हमें अस्पताल में कोरोना वायरस की टेस्टिंग की अनुमति मिल गई है।’
आधुनिक मशीनें भी खरीदी जाएंगी
भविष्य में इस तरह की बीमारियों का तत्काल जांच करने के लिए कस्तूरबा में आधुनिक मशीनें भी खरीदी जाएंगी। संभवत: कस्तूरबा देश का ऐसा पहला अस्पताल होगा, जहां आइसोलेशन के लिए इतने बेड्स एक साथ मिलेंगे। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस के कारण अब तक हजारों लोग बीमार हैं, जबकि कइयों की मौत भी हो चुकी है।
Source: National