कैशबैक के झांसे में खाते से निकले 1.46 लाख, पेटीएम वीपी समेत 5 पर केस

B- वीपी के अलावा सीईओ और पेटीएम बैंक पर भी दर्ज कराया मुकदमा

– कारोबारी का आरोप, पेटीएम वाइस प्रेजिडेंट के नाम से की गई कॉल

– कॉलर के पास उसके पेटीएम अकाउंट से जुड़ी पूरी थी डिटेल

– 2 महीने के बाद एसएसपी के आदेश पर कविनगर थाने में दर्ज हुआ मुकदमाB

Bवरिष्ठ संवाददाता, गाजियाबाद B

पेटीएम से कैशबैक के लिए कॉल कर कारोबारी के खाते से 1.46 लाख रुपये निकलने के मामले में पेटीएम के वाइस प्रेजिडेंट (वीपी) अजय शेखर शर्मा समेत 5 पर कविनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में अजय शेखर के अलावा पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा, पेटीएम बैंक, अजय शर्मा और रजत जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि शिकायत के आधार पर रिपोर्ट कर उसके सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

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कॉल कर कैशबैक का झांसा देने का आरोपB

कारोबारी राजकुमार सिंह ने बताया कि 28 दिसंबर 2019 की दोपहर को उनके पास एक कॉल आई। कॉलर ने अपने आप को पेटीएम वीपी अजय शेखर शर्मा बताया और बधाई देते हुए बेहतर कैशबैक की बात की। राजकुमार ने कैशबैक पर सवाल किया तो उन्हें एक लिंक पर क्लिक करने को कहा, जब उन्होंने लिंक पर क्लिक करने से मना कर सवाल किया तो उन्होंने इनकी पूरी पेमेंट हिस्ट्री तक उन्हें बता दी। यही नहीं इस दौरान उसके पास एक मेसेज आया। जब इन्होंने उस मेसेज के संबंध में सवाल किया तो उन्हें बताया गया कि पेटीएम में बात के दौरान अकाउंट में जो भी एक्शन हो रहा है उसके मेसेज आ रहे हैं और एक बार फिर मेसेज पर आए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा। राजकुमार का कहना है कि भेजे गए लिंक पर क्लिक नहीं किया, लेकिन कॉल पर ही होने के दौरान उनके अकाउंट से रुपये कटने शुरू हो गए। रुपये उनके आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट से कटे। उन्होंने बताया कि कई बार में उनके खाते से 1 लाख 46 हजार 694 रुपये निकल गए। राजकुमार ने बताया जिस प्रकार से उनकी डिटेल बताई गई, वह सिर्फ कंपनी के पास ही हो सकती है।

Bकैशबैक तक निकाल लिया गया B

पीड़ित राजकुमार ने बताया कि इन सभी ट्रांजेक्शन के दौरान उनके पेटीएम अकाउंट में 1400 का कैशबैक आया। उसे भी निकाल लिया गया। इस फ्रॉड के बाद कारोबारी ने ऑनलाइन शिकायत के बाद बैंक में शिकायत दी तो पहले उनके रुपये को लीन अकाउंट में रखा गया, लेकिन बाद में पूरे प्रॉसेस को चेक करने के बाद वह कट गए। उनका कहना है कि मामले में उन्होंने कई बार सिहानी गेट थाने में शिकायत की, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इस मामले में वह 5 फरवरी को एसएसपी से मिले तब जाकर 2 महीने बाद उनकी रिपोर्ट दर्ज की गई।

Source: International

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