घातक से पीड़ित पहली भारतीय मेडिकल छात्रा के परीक्षण की नई रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह छात्रा चीन के वुहान क्षेत्र से भारत आई थी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि उसकी स्थिति ‘स्थिर’ है।
राज्य के के मुताबिक, अब तक राज्य के अलग अलग अस्पतालों में 34 लोगों को पृथक वार्ड में रखा गया है। एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने को बताया, ‘त्रिशूर की पहली मरीज के खून की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। उसके रक्त के नमूनों की जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) के अलाप्पुझा स्थित परीक्षण केंद्र से आई है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमें पुणे स्थित एनआईवी से पुष्टि कराने की जरूरत है।’ त्रिशूर से करॉना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद वुहान से लौटे केरल के दो अन्य छात्रों की रिपोर्ट भी अलाप्पुझा और कासरगोड में पॉजिटिव आई थी।
स्वास्थ्य विभाग ने पहले बताया था कि राज्य के अलग अलग अस्पतालों में पृथक वार्ड में रखे गए मरीजों की संख्या घटकर 34 रह गई है। विभाग की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘राज्य में 3,252 लोगों को अब भी निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 3218 को घर में अलग रखा गया है।’
Source: National