जामिया विडियो पर प्रियंका, अब करो कार्रवाई

नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में पुलिसिया कार्रवाई के दावे वाला विडियो सामने आने पर दिल्ली पुलिस की चौतरफा आलोचना होने लगी है। की ओर से विडियो जारी होते ही ट्विटर पर #ShameonDelhiPolice ट्रेंड करने लगा तो कांग्रेस पार्टी ने भी कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली पुलिस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने विडियो ट्वीट कर कहा कि दिल्ली पुलिस ने लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों की पिटाई के आरोप पर झूठ बोला। उन्होंने कहा कि सरकार अब भी ऐक्शन नहीं लेगी तो इसका मतलब है कि उसकी नीयत साफ नहीं है। उधर, दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने कहा है कि विडियो की जांच की जाएगी।

प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा, ‘देखिए कैसे दिल्ली पुलिस पढ़ने वाले छात्रों को अंधाधुंध पीट रही है। एक लड़का किताब दिखा रहा है लेकिन पुलिस वाला लाठियां चलाए जा रहा है। गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने झूठ बोला कि उन्होंने लाइब्रेरी में घुसकर किसी को नहीं पीटा।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘इस वीडियो को देखने के बाद जामिया में हुई हिंसा को लेकर अगर किसी पर ऐक्शन नहीं लिया जाता है तो सरकर की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी।’

इधर, दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने कहा कि वह जारी किए गए विडियो को संज्ञान में ले चुकी है। क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन ने मीडिया के सवालों पर कहा, ‘हमने जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के ताजा विडियो को संज्ञान में लिया है। हम इसकी जांच करेंगे।’

गौरतलब है कि 15 दिसंबर, 2019 को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ जामिया स्टूडेंट्स के प्रदर्शन में हिंसा भड़कने के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए गए। छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस लाइब्रेरी में घुस गई और वहां पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की पिटाई की गई। दिल्ली पुलिस ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया था।

हाल ही में आयोजित टाइम्स नाउ समिट में गृह मंत्री अमित शाह ने भी जामिया में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा था कि हालात के मद्देनजर पुलिस ने सही कदम उठाया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि वह दिल्ली पुलिस के साथ हैं। हालांकि, अब यह विडियो जारी सामने आने पर सरकार को बैकफुट पर आना पड़ सकता है।

Source: National

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