काशी-महाकाल एक्सप्रेस विवाद: महंत आनंद गिरी ने असदुद्दीन ओवैसी को बताया कलयुग का शिशुपाल

प्रयागराज
भारतीय रेलवे की ओर से रविवार को की शुरुआत की गई। यह ट्रेन काशी, समेत तीन ज्योतिर्लिंग पीठों को जोड़ती है। इस ट्रेन में एक सीट भगवान भोलेनाथ के लिए आरक्षित करने पर एआईएमआईएम सांसद असुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए। के इस ट्वीट को लेकर संतों ने नाराजगी जताई है। निरंजनी अखाड़े के ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी कलयुग के शिशुपाल हैं।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने वाराणसी से इंदौर के बीच चलाई गई इस ट्रेन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। नरेंद्र गिरी ने ट्रेन में एक सीट छोड़ने के फैसला को बिल्कुल सही बताते हुए, इसका स्वागत किया है। ओवैसी के विरोध पर नरेंद्र गिरी कहा, ‘उनका काम ही विरोध करना है। इसलिए उनके विरोध को गंभीरता से लेना ही नहीं चाहिए।’

आनंद गिरी ने मोदी को श्रीकृष्ण और ओवैसी को बताया शिशुपाल
निरंजनी अखाड़े के महंत और योगगुरु स्वामी आनंद गिरी ने असदुद्दीन ओवैसी को कलयुग का शिशुपाल बताया। उन्होंने कहा कि तब श्रीकृष्ण के हर कार्य का शिशुपाल विरोध करता था। स्वामी आनन्द गिरी ने पीएम मोदी की तुलना कृष्ण से करते हुए कहा, ‘ के कारण इस बार की शिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बेहद खास होने जा रही है। क्योंकि शिवभक्त काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद आसानी से उज्जैन में महाकाल के भी दर्शनों का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।’

स्वामी आनन्द गिरी ने कहा कि, ओवैसी धर्म की राजनीति करते हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर ओवैसी को सब्सिडी पर हज यात्रा और मदरसों में दिए जाने वाले अनुदान क्यों नहीं दिखते हैं।

’20 फरवरी से कमर्शल रन, ऐसी कोई सीट नहीं रहेगी रिजर्व’
आईआरसीटीसी ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है, ‘उद्घाटन वाली यात्रा में पैसंजर शामिल नहीं हुए। 20 फरवरी से शुरू होने जा रहे ट्रेन के कमर्शल रन में भगवान शिव के लिए कोई सीट रिजर्व नहीं होगी।’ बता दें कि काशी महाकाल एक्सप्रेस का संचालन आईआरसीटी करेगी। इस ट्रेन को मिलाकर भारतीय रेलवे की सब्सिडियरी आईआरसीटीसी अबतक 3 ट्रेनों का संचालन कर रही है।

Source: International

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *