एक ओर जहां सरकार संसद से लेकर सड़क तक कई बार यह कह चुकी है कि देश में नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) लागू करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है, वहीं आम लोगों में इसे लेकर भ्रम अभी भी बरकरार है। बिहार की राजधानी पटना में भारी तादात में लोग अपना जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए नगर निगम पहुंच रहे हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे लोग शामिल हैं, जिनकी उम्र 70 साल के आसपास है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आवेदन करने वाले लोगों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, जहां पहले महीने भर में औसतन 600-700 लोग जन्म प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करते थे, वहीं बीते दो महीने में 20 हजार से भी अधिक लोगों ने आवेदन किया है। इनमें से आधे लोग ऐसे हैं जिनकी 40-50 साल के बीच है, वहीं 400 लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 70 साल के आसपास है।
भीड़ बढ़ी तो लगने लगा अधिक समय
राजधानी पटना में जहां सामान्य तौर पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 7-10 दिन का समय लगता था, वहीं अब करीब 20-25 दिन का समय लगने लगा है। अधिकारियों का कहना है कि आवेदकों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई, लेकिन कर्मचारियों की संख्या पहले जैसी ही है, इसलिए प्रमाणपत्र बनवाने में समय लग रहा है। पटना नगर निगम के रजिस्ट्रार डॉ. महेन्द्र सिंह का कहना है कि आवेदन अधिक होने की स्थिति में हमें भी सतर्कता बरतनी पड़ रही है। पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध कराए जाने के बाद ही जन्म प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं।
Source: National