10 सोसायटियों की मेड ने FOB के लिए रास्ता रोका, हजारों लोग हुए परेशान

नोएडा
सेक्टर 100 की करीब 10 सोसायटियों में काम करने वालीं और अन्य कर्मचारियों ने फुट ओवरब्रिज () की मांग लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाली सड़क पर ट्रैफिक रोक दिया गया। सुबह करीब साढ़े 7 बजे सैकड़ों लोग रोड पर जमा हुए थे। प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच से रोड क्रॉस करना पड़ता है। शनिवार को एक बच्चे की इसी वजह से मौत हो गई थी। यहां लंबे समय से एफओबी की मांग कर रहे हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा। मेड और अन्य कर्मचारियों के नहीं पहुंचने से करीब 5000 रेजिडेंट्स को परेशानी हुई। कई घरों के बच्चे स्कूल नहीं जा सके। करीब एक घंटे तक इस रोड पर आवागमन बाधित रहा।

लोटस बुलवार्ड सोसायटी के अपार्टमेंट ओनर्स असोसिएशन (AOA) के अध्यक्ष सुनील सिंह ने बताया कि सेक्टर 104 का चौराहा दुर्घटना का स्पॉट बन चुका है। आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों और विधायक के जनसंवाद कार्यक्रम में भी इस मुद्दे को उठाया गया था। विधायक पंकज सिंह ने भी अथॉरिटी अधिकारियों को एफओबी बनवाने का निर्देश दिया था, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। मेड और कर्मचारियों के प्रदर्शन की वजह से लोगों के घरों की साफ सफाई, किचन काम, कार क्लीनिंग आदि नहीं हो सके। कई बच्चों को स्कूल भी नहीं छोड़ा जा सका। फूड डिलिवरी ऐप पर अचानक डिमांड बढ़ने पर रेट भी बढ़ा दिए गए।

सेक्टर 104 स्थित हाजीपुर चौराहे के पास शनिवार को हुए सड़क हादसे में हाजीपुर गांव में रहने वाले में राम सागर के बेटे मोनू (19) की मौत हो गई थी। वह, शनिवार सुबह करीब 7 बजे लोटस बुलेवर्ड सोसायटी में काम करने जा रहा था। चौराहे के पास तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मार दी थी। एक निजी अस्पताल में इलाज के बाद एम्स रेफर किया गया, जहां मोनू की मौत हो गई थी।

मांगें पूरी कराने का दिया आश्वासन
इस चौराहे पर इससे पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। इसके बावजूद चौक पर न तो बैरिकेड की व्यवस्था की गई और न ही ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। सेक्टर 39 कोतवाली प्रभारी नीरज मलिक ने बताया कि चौराहे पर कैमरे लगाने, रेड लाइट पर बैरियर की व्यवस्था करने और ट्रैफिक पुलिसकर्मी की तैनाती की मांगें पूरी कराने का आश्वासन दिया गया है। इसके बाद प्रदर्शन करने वाले रोड पर से हट गए।

लोग रहे परेशान
वर्कर रवि कनौजिया ने बातचीत में हमें बताया कि चौराहे पर न तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात हैं और न ही स्पीड ब्रेकर बनाया गया है। तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच से रोड पार करना पड़ता है।

मेड रमादेवी का कहना था कि खतरों के बीच रोज रोड पार करना पड़ता है। सैकड़ों लोगों का यहां से आना-जाना है। फिर भी एफओबी नहीं बनाया जा रहा है। स्पीड ब्रेकर भी नहीं हैं।

सेक्टर 107 की सनवर्ल्ड सोसायटी के सुमित शर्मा ने कहा, ‘मेड के न आने की सूचना पहले से नहीं थी। ब्रेकफास्ट ऑनलाइन मंगाना पड़ा। जाम की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा सके।’

Source: International

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