नागरिकता और जनसंख्या पंजी के बजाय बेरोजगार पंजी लाए सरकार : भारतीय युवा कांग्रेस

भोपाल, 18 फरवरी (भाषा) देश में बेरोजगारी की बढ़ती दर को लेकर केन्द्र की भाजपा नीत सरकार पर तंज कसते हुए भारतीय युवा कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि सरकार को देश में राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के स्थान पर राष्ट्रीय बेरोजगार पंजी (एनआरयू) बनवाना चाहिए। आईवाईसी (भारतीय युवा कांग्रेस) ने कहा कि वह क्रांतिकारी भगत सिंह के शहीदी दिवस पर 23 मार्च को नयी दिल्ली में ‘भारत में बेरोजगार’ विषय पर अखिल भारतीय स्तर की भाषण प्रतियोगिता का आयोजन करेगी। आईवाईसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव शुक्ला एवं मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया, ‘‘राष्ट्रीय बेरोजगार रजिस्टर की अविलम्ब मांग को लेकर भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा ‘यंग इंडिया के बोल 2020’ नाम से अखिल भारतीय स्तर पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसका विषय ‘भारत में बेरोजगार’ होगा और यह आयोजन नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 23 मार्च को होगा।’’ दोनों नेताओं ने कहा कि इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है कि देश के ऊर्जावान, सक्षम एवं अच्छे युवा वक्ताओं को राष्ट्रीय मंच पर एक अवसर प्रदान करना है, जिसके द्वारा वे अपनी अभिव्यक्ति के माध्यम से देश के नई पीढ़ी को सहभागी लोकतंत्र के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर सकें। उन्होंने कहा कि इस भाषण प्रतियोगिता के जरिए आईवाईसी देश भर के युवाओं का आह्वान करती है कि वे ‘बेरोजगारी’ शीर्षक पर भाषण के जरिए अपने विचार प्रस्तुत करें। चयनित प्रतिभागियों को युवा कांग्रेस की आवाज बनने का अवसर दिया जाएगा। शुक्ला एवं चौधरी ने कहा कि इस भाषण प्रतियोगिता के लिए 18 से 35 वर्ष के आयु वर्ग का कोई भी युवा अपना नि:शुल्क आवेदन 29 फरवरी 2020 तक जमा करवा सकता है। यह भाषण प्रतियोगिता हिंदी, अंग्रेजी और सभी क्षेत्रीय भाषाओं में होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन इसका कोई आंकड़ा नहीं है। नौकरी दिलाने की जगह प्रधानमंत्री पकौड़े तलने की सलाह देते हैं। मोदी सरकार को यह बताना चाहिए की उसने पिछले छह साल में कितने युवाओं को नौकरी दी और आगे बेरोजगारी कैसे दूर करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश को एनआरसी एवं एनपीआर की जरूरत नहीं, बल्कि एनआरयू की जरूरत है। मोदी सरकार एनआरसी एवं एनपीआर की बजाय एनआरयू बनाये।’’

Source: Madhyapradesh

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