इंदौर, 20 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि नियमितीकरण की मांग को लेकर लम्बे समय से आंदोलन कर रहे अतिथि शिक्षक शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की अकर्मण्यता के कारण परेशान हो रहे हैं। पटवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पूर्ववर्ती शिवराज सरकार ने अपने 15 साल के कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के जरिये सहायक प्रोफेसरों की नयी भर्तियां नहीं कीं। इस पाप और अकर्मण्यता के कारण करीब 5,000 प्रतिभाशाली शिक्षकों को महाविद्यालयों में अस्थायी नियुक्ति वाले अतिथि विद्वान के रूप में काम करते हुए परेशान होना पड़ रहा है।’’ उन्होंने कमलनाथ नीत मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा अतिथि विद्वानों की हरसंभव मदद का भरोसा देते हुए अपील की कि वे अपना आंदोलन समाप्त करें। पटवारी ने कहा, “अतिथि विद्वान के रूप में काम करने वाले शिक्षकों को एमपीपीएससी द्वारा सहायक प्रोफेसरों की नयी भर्ती परीक्षाओं में 20 भारांक दिये जायेंगे और आयु सीमा में छूट भी दी जायेगी।” वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक हालिया बयान के कारण अतिथि शिक्षकों के आंदोलन का मुद्दा राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। इन शिक्षकों से सब्र रखने को कहते हुए सिंधिया ने कहा था कि अगर प्रदेश सरकार कांग्रेस के घोषणापत्र को पूरी तरह लागू नहीं करती है, तो वह भी इन आंदोलनकारियों के साथ सड़क पर उतरेंगे। नियमितीकरण की मांग को लेकर सैकड़ों अतिथि विद्वान दो महीने से भी ज्यादा समय से राजधानी भोपाल के शाहजहांनी पार्क में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
Source: Madhyapradesh