'शाह' की चाह पर आजादी के बाद पहली बार होगा पिछड़ा वैश्य महाकुंभ

प्रयागराज
पिछले वर्ष 2019 में प्रयागराज में भव्य कुंभ का आयोजन करने के बाद बीजेपी 23 फरवरी को का आयोजन करने जा रही है। पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आने वाली 12 से अधिक जातियों को एकजुट करने के उद्देश्य से हो रहे इस आयोजन में प्रदेश भर से लोग पहुंचेंगे। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर हो रहे इस आयोजन के जरिए पार्टी 25 फीसदी की भागीदारी वाली इन जातियों में गहरी पैठ बनाना चाहती है।

कार्यक्रम के संयोजक हैं प्रतापगढ़ से सांसद
पिछड़ा वैश्य महाकुंभ के संयोजक और प्रतापगढ़ से बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता ने बताया कि इस महाआयोजन का उद्देश्य पिछड़ा वैश्य समुदाय के अंतर्गत आने वाली जातियों को उनका समुचित प्रतिनिधित्व दिलाना है। प्रदेश में 12 से अधिक संख्या वाली इन जातियों की जनसंख्या 25 फीसदी से अधिक है। लेकिन राजनीतिक रूप से इनका प्रतिनिधित्व आधा भी नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘पार्टी चाहती है कि इस वर्ग के लोगों को उनका समुचित प्रतिनिधित्व मिले और वे आर्थिक रूप से भी सशक्त बनें। इस वर्ग से जुड़े लोग अधिकतर छोटे-छोटे व्यवसाय करते हैं। वैसे तो पार्टी ने ऐसे लोगों के लिए पेंशन की व्यवस्था पहले ही कर दी है लेकिन उन्हें आर्थिक रूप से और सशक्त बनाने की जरूरत है। यह आयोजन आजादी के बाद पहली बार हो रहा है।’

परंपरागत वोटबैंक को साधने की कोशिश करेगी बीजेपी
महाकुंभ के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल होंगे। वहीं, डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां पिछले दो महीने से चल रही थीं। वैसे तो यह वर्ग बीजेपी का परंपरागत वोटर रहा है लेकिन दूसरी पार्टियां भी इस वोट में सेंध लगाने की कोशिश करती रही हैं। वहीं कई मुद्दों को लेकर यह वर्ग पार्टी से नाराज बताया जा रहा है। अब इस आयोजन के जरिए पार्टी अपने परंपरागत वोटबैंक को साधने की कोशिश करेगी।

Source: International

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