बाहुबली पूर्व सांसद के साथ उनके बेटे मोहम्मद उमर पर भी सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है। सीबीआई ने मोहम्मद उमर को भगोड़ा घोषित करते हुए उस पर दो लाख का इनाम घोषित कर दिया है। सीबीआई की ओर से अभियुक्त मोहम्मद उमर की तलाश को लेकर पोस्टर भी जारी कर दिया गया है। पोस्टर प्रयागराज के साथ ही लखनऊ और दिल्ली में भी लगाए गए हैं।
सीबीआई देवरिया जेल में लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल की पिटाई के मामले में मोहम्मद उमर की तलाश कर रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई पूरे मामले की जांच कर रही है। लेकिन सीबीआई के जांच शुरु करते ही पूर्व बाहुबली सांसद का बेटा मोहम्मद उमर फरार हो गया था। वह सीबीआई के हत्थे अब तक नहीं चढ़ सका है। उमर के खिलाफ नामजद एफआईआर तो दर्ज है ही कोर्ट से गैर जमानती वॉरंट भी जारी है। सीबीआई की टीम ने 17 जुलाई 2019 को पूर्व बाहुबली सांसद अतीक के प्रयागराज और लखनऊ के ठिकानों पर छापेमारी की भी कार्रवाई की थी। लेकिन सीबीआई मोहम्मद उमर को पकड़ नहीं पाई थी।
75 लाख रुपये वसूलने का आरोप
गौरतलब है कि, रियल स्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल ने दिसम्बर 2018 में लखनऊ के कृष्णानगर थाने में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद बेटे उमर, गुर्गे फारुख, जकी अहमद, जफर उल्लाह, गुलाब सरवर के खिलाफ लूट,गुंडा टैक्स वसूलने सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि, देवरिया जेल में बंद अतीक ने बेटे व गुर्गों संग उसे डरा धमकाकर 75 लाख रुपये वसूले थे। इस मामले में रियल स्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी।
2019 में दर्ज हुआ था केस
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 12 जून 2019 को अतीक अहमद समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही बाहुबली पूर्व सांसद को प्रदेश से बाहर गुजरात के जेल में शिफ्ट भी किया गया है। इस समय अतीक अहमद गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद हैं और फरार बेटे मोहम्मद उमर की तलाश में सीबीआई लगी है। मोहम्मद उमर का पता ना चलने पर सीबीआई ने दो लाख का ईनाम घोषित कर पोस्टर जारी कर दिया है।
Source: International