प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डीम प्रॉजेक्ट दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे को 31 मई तक पूरा करने के लिए मैन पॉवर को दोगुना किया जा रहा है। हर हाल में समय से प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए अब दिन-रात काम होगा। यह जानकारी एक्सप्रेस-वे का दौरा करने के बाद मेरठ-हापुड़ के सांसद ने दी।
सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने शुक्रवार को बीजेपी के मेरठ महानगर बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण का दौरा किया। उनके साथ एनएचआई के अधिकारी भी थे। दौरे की शुरूआत डासना से हुई। रात हुई बारिश के कारण जगह- जगह कीचड़ होने के कारण सांसद का काफिला मोदी नगर से होता हुआ परतापुर पहुंचा। दौरे के बाद सांसद ने बताया कि काम काफी तेज गति से चल रहा है।
डासना में जॉइनिंग रोड, इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के उपर से बन रहा फलाईओवर और परतापुर पर बन रहा इंटरचेंज का काम अभी अधूरा है। काम की गति को और तेज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एनएचएआई के अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि काम को समय से पूरा करने के लिए मैन पावर को दुगना किया जा रहा है। काम दिन-रात चलेगा। सांसद ने कहा कि 31 मार्च तक एक्सप्रेस वे का काम पूरा करने के लिया हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
ये है प्रॉजेक्ट की स्थिति
मेरठ से दिल्ली तक बनने वाले 82 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे के चार भाग हैं। जिसमें से दो को पूरा किया जा चुका है। दो अधूरे हैं। यूपी गेट से डासना तक का 34 फीसदी काम बाकी है। डासना से मेरठ का हिस्सा भी अभी अधूरा है। दरअसल, दिल्ली-मेरठ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे मेरठ से डासना तक निर्माणाधीन है। इसे 2019 में ही शुरू किया जाना था। सितंबर से लेकर दिसंबर तक समयसीमा बढ़ी, लेकिन काम पर लगातार ब्रेक लगता रहा। बहरहाल, मई 2020 नई समयसीमा तय की गई।
हर 2 किलोमीटर पर लगेंगे अत्याधुनिक कैमरे
एनएचएआई दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर हर दो किमी पर सीसीटीवी कैमरा लगाएगी। एक्सप्रेस वे पर बनने वाले पांच टोल प्लाजा पर कैमरों की संख्या ज्यादा रहेगी। पूरे एक्सप्रेस-वे पर 100 से ज्यादा कैमरे लगाए जाने हैं। लाइव फुटेज की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनेगा, जिसमें स्टॉफ 24 घंटे एक्सप्रेस-वे पर होने वाले वाहनों की आवाजाही देख सकेंगे। सीसीटीवी कैमरे आधुनिक होंगे, जो वाहनों की नंबर प्लेट को भी पढ़ सकेंगे।
फैक्ट फाइल-
-82 किमी लंबा एक्सप्रेसवे
-4 गांवों में जमीन अधिग्रहण का पेंच फंसने की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हुई
-45 मिनट में पूरा हो जाएगा मेरठ से दिल्ली का सफर
-2014 में पीएम मोदी ने एक्सप्रेस वे का किया था शिलान्यास
-7855.87 करोड़ रुपए है इस प्रोजेक्ट की कुल लागत
-464 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया चौथे चरण के लिए
-8 जगह एक्जिट प्वाइंट बनेंगे एक्सप्रेस-वे पर सराय काले खां से एंट्री के बाद
-1.25 रुपए प्रति किमी देना होगा टोल टैक्स
Source: International