उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने और हनुमानगढ़ी का दर्शन कर कहा कि अयोध्या और देशवासियों की भावनाओं की प्रतीक्षा जिस बात को लेकर अब तक करने की अपील की जा रही थी, वह क्षण अब समाप्त हो गया।
सीएम योगी ने राम जन्मभूमि फैसले पर बोलते हुए कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी, माननीय उच्च न्यायालय के उन सभी न्याय मूर्तियों के साथ ही भारत के लोकतंत्र की ताकत का लोहा पूरी दुनिया ने माना है। विगत 500 वर्षों से अयोध्या वासियों को अनेक प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ रहा था। अब वह समाप्त हुआ। भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है।’
हनुमानगढ़ी दर्शन के दौरान रामलला क्षेत्र के पार्षद रमेश दास ने उन्हें स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस की प्रतिमा स्थापना, मणि पर्वत और कुबेर टीला को पुरातात्विक के स्मारक से मुक्ति सहित श्रीराम चिकित्सालय के विकास का ज्ञापन दिया, जिसे तत्काल प्रभाव सीएम ने डीएम अनुज झा को कार्यवाही का आदेश दिया।
जल्द बनना शुरू होगा रामलला का भव्य मंदिर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा जल्द ही रामलला के भव्य मंदिर निर्माण की कार्यवाही प्रारंभ हो जाएगी। उन्होंने श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों का हार्दिक अभिनंदन किया और बधाई देते हुए कहा कि के लिए उनके दादा गुरु और पूज्य गुरुदेव लगातार 1934, से 49 और 83 से लेकर 2014 तक इस अभियान के साथ जुड़े रहे।
स्वाभाविक रूप से भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण इन सभी पूर्वाचार्यों के साथ स्वर्गीय श्री रामचंद्र परमहंस, स्वामी वामदेव महाराज और श्रद्धेय अशोक सिंघल, देवराहा बाबा सहित बड़ी लंबी श्रृंखला है, जिनके लंबी साधना से श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। इससे पहले वे फटिक शिला आश्रम के संस्थापक आचार्य तपस्वी नारायण दास उर्फ बगही बाबा की 103 वीं जयंती के अवसर पर सीताराम नाम जप यज्ञ के कार्यक्रम में पंहुचे और अपने संबोधन में कहा कि इस कलयुग का सबसे बड़ा यज्ञ श्री राम नाम संकीर्तन यज्ञ है। यह हर प्रकार की आदि और व्याधि से मुक्ति होने का माध्यम है। उन्होंने कहा राम का नाम ही शाश्वत सत्य है।
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