बाढ़ के बाद संक्रामक रोग पैर पसारने लगा है। शुक्रवार को बलिया जिले की तहसील के मियां गांव में पचास से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में आ गए। प्राथमिक विद्यालय नगपुरा के स्कूली बच्चे सबसे ज्यादा इसके शिकार हुए हैं। स्कूल में लगे हैंडपंप का पानी पीने से अचानक दर्जनों बच्चे उल्टी-दस्त करने लगे। इसकी सूचना मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। जिला प्रशासन को इसकी सूचना देने के साथ परिजन अपने बच्चों को लेकर जिला अस्पताल भागे।
बाढ़ के बाद फैले डायरिया के चलते चार दर्जन से ज्यादा लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराए गए हैं। एक बच्ची की मौत भी हो चुकी है। गांव में फैले डायरिया को देखते हुए जिला हॉस्पिटल और स्थानीय डॉक्टरों की टीम गांव रवाना हो गई। सीएमओ भी मौके पर पहुंचे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसड़ा में 4 दर्जन से अधिक डायरिया मरीजों का इलाज चल रहा है।
नगपुरा गांव की राजभर बस्ती में डायरिया फैलने की खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंचे सीएमओ प्रीतम कुमार का कहना है कि बाढ़ के चलते संक्रामक रोग फैलते हैं। इसको कंट्रोल कर लिया जाएगा। दो टीमें लगाई गई हैं। एक बच्ची की उल्टी से मौत भी हो गयी है। प्राथमिक स्कूल नगपुरा के चालीस बच्चों के अचानक बीमार होने की खबर मिलने के बाद उनको आपातकालीन सेवा में लगे ऐम्बुलेंस के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसड़ा लाया गया।
चार बच्चों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। सीएचसी में बेड कम होने के चलते एक-एक बेड पर दो-दो, तीन-तीन बच्चों को लिटाकर इलाज किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। बाढ़ से प्रभावित सभी गांवों में संक्रामक रोगों से बचने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं।
Source: UttarPradesh