जन्मदिन को लेकर बिग बी ने अपने पुराने दिनों को याद किया जब उनके पिता और दिवंगत कवि हरिवंश राय बच्चन उनके जन्मदिन पर उनके लिए एक कविता लिखते थे और उन्हें सुनाते थे। पुराने दिनों को याद करते हुए बिग बी ने कहा, ‘यह परिवार की एक परंपरा थी। लेकिन, इस परंपरा को नई परिभाषा तब मिली जब, 1984 में मेरे साथ हुई जानलेवा दुर्घटना के बाद मेरे पिता ने मेरे जन्मदिन पर कविता सुनाई थी। वह मेरे लिए एक नई जिंदगी पाने जैसा था। कविता पढ़ने के दौरान मेरे पिता टूट से गए थे। ऐसा पहली बार था, जब मैंने उन्हें इस तरह रोते हुए देखा था।’
बिग बी ने कहा कि समय के साथ बहुत सी चीजें बदल गई हैं, और जन्मदिन की रस्में भी। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पिता की कविता को बहुत याद करता हूं और उस दिन जिस तरह मेरी मां उत्साहित रहती थी, उसकी भी बहुत याद आती है। अब हर साल केक काटने के रिवाज में मुझे दिलचस्पी नहीं रही। इसकी जगह सूखे मेवों की प्लेट ने ले ली है।’
उनसे उनके अधूरे सपने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, ‘कई सारे हैं! मैं पियानो बजाना चाहता हूं। मैं कई भाषाएं सीखना चाहता हूं। मैं गुरुदत्त के साथ काम करना चाहता था।’ वहीं, उनसे पूछे जाने पर कि उनकी कौन सी ऐसी फिल्म है, जिसका वह रीमेक बनाना चाहते हैं, उन्होंने कहा, ‘कोई भी नहीं। जो फिल्में बन चुकी हैं, उसे फिर से बनाने जैसा क्या है। उसके आगे क्यों नहीं सोचा जा सकता?’
बता दें कि, फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ में उनके सह-कलाकार आयुष्मान खुराना ने हाल ही में उन्हें लेकर कहा था, ‘वह 24 साल के युवा की सोच रखने वाले 77 वर्षीय व्यक्ति हैं।’
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