इंट्रो गिलोय
बरसात का मौसम आते ही सर्दी जुकाम खांसी वायरल फीवर आदि बीमारियों का डर सताने लगता है और वर्तमान समय में जब वैश्विक महामारी कोरोनावायरस विश्व को जकड़ रखा है ऐसे में बरसात का मौसम और भी खतरनाक हो जाता है इस दौरान हमें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है ऐसे में कुछ देसी नुस्खे बड़े कारगर साबित होते हैं ऐसी ही एक देसी नुस्खे के बारे में किरंदुल के दीपक जायसवाल ने बताया उन्होंने बताया कि गिलोय की डंडी और तुलसी के पत्ते से बनाए हुए काढ़े से सर्दी जुकाम वायरल फीवर आदि बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है इसके साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है तथा कोरोना जैसी महामारी से लड़ने की ताकत भी मिलती है आइए जानते हैं इससे बनाने की विधि
दंतेवाड़ा, किरंदुल, गिलाय के अनेकों अनेक फ़ायदे के बारे में जानकारी देते हुए श्री दीपक जायसवाल ने बताया कि इस औषधि के फायदे के की जानकारी आमतौर पर सभी को नही होती बाबा रामदेव जी ने इस औसधि के बारे में विस्तारपूर्वक आमजन को अपने कई प्रोग्राम में बता चुके है, आज उन्ही की बताई हुई पद्धाति से हम आपको काढ़ा बनने की आसान विधि बता रहे है जिससे आप भी लाभवनवीत हो सके,
काढ़ा बनने की विधि निमनुसार है,
दो से तीन व्यक्ति के लिए गिलोय के काढ़े का अनुपात इस प्रकार से है।
1 फिट गिलोय की डंडी
10 तुलसी के पत्ते
एक छोटी चम्मच हल्दी पाउडर आधा लीटर पानी मे धीमी आँच में 15 मिनट तक उबाले ,ठंडा होने पर छान लें, अब काढ़े को खाली पेट प्रति व्यक्ति एक एक कप सेवन करें,
आपको बता दे कि इस काढ़े से इम्युनिटी बढ़ती है,
कोरोनो जैसी बीमारियों के लिए ये बहुत ही लाभकारी है, सर्दी जुक़ाम, खाँसी, तथा वायरल फ़ीवर में ये बहुत कारगर होती है।
श्री जायसवाल ने बताया कि जिन जरूरतमंद लोगों को गिलोय की डंडी चाहिए वो हमारी प्रतिष्ठान पतंजलि आरोग्य केंद्र बस स्टैंड से प्राप्त कर सकते है।