मथुरा जेल की महिला कैदी बना रहीं भगवान श्रीकृष्ण के कपड़े, मोमबत्ती और थैले

मथुरा
कंस के कारागार में जन्म लेने वाले ‘कृष्ण कन्हाई’ अब मथुरा जिला जेल में महिला बंदियों द्वारा बनाई गई पोशाक धारण करेंगे। जेल में बंद महिला बंदी इन दिनों ठाकुरजी के लिए पोशाक, माला, मोमबत्ती और कपड़े के थैले तैयार कर रही हैं। एक एनजीओ ने शुक्रवार को शहर के एक कॉलेज में लगाई प्रदर्शनी में महिला बंदियों द्वारा बनाई गई पोशाक और अन्य सामान का स्टॉल लगाया, जिसमें जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने भी शिरकत की।

जिलाधिकारी ने भी बंदियों द्वारा बनाए गए इन सभी सामान की तारीफ की। जेल प्रशासन का मानना है कि इस तरह के प्रयोगों से विभिन्न अपराधों में जेल में सजा काट रहे कैदियों के जीवन से सुधार आएगा और सजा पूरी होने के बाद समाज में वे सम्मानजनक तरीके से अपना जीवन यापन कर सकेंगे। बता दें कि जिला कारागार में सजा काट रही महिला बंदियों को इन दिनों सामाजिक संस्था द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की पोशाक और श्रृंगार का सामान बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

बीएसए कॉलेज में लगाई गई प्रदर्शनी
जेल में महिला बंदियों के द्वारा बनाई गई पोशाक, माला और अन्य सामान की शहर स्थित बीएसए कॉलेज में संस्था द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में बंदियों द्वारा तैयार सामान की स्टॉल पर हर किसी की निगाहें थम गईं। प्रदर्शनी का अवलोकन करने जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र भी यहां पहुंचे और कैदियों की प्रतिभा को देख तारीफ भी की। इस मौके पर जेल प्रशासन की ओर से स्टॉल पर मौजूद डेप्युटी जेलर राजकुमार ने बताया कि जेल में सजा काट रहे कैदियों की मनोदशा और दिशा में बदलाव के लिए तमाम सामाजिक संस्थाएं लगातार प्रेरित करती रहती हैं और इस प्रयास से कैदियों के जीवन मे बदलाव भी आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि महिला कैदियों को इन दिनों संस्था द्वारा ठाकुरजी की पोशाक बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला कैदियों द्वारा बनाई गई पोशाक की स्टॉल यहां प्रदर्शनी में लगाई गई हैं और लोग खूब सराहना करने के साथ पसंद भी कर रहे हैं। डेप्युटी जेलर ने बताया कि राह से भटक गया, व्यक्ति भी थोड़ी सी मेहनत और प्रशिक्षण के बाद बाद सही राह पर आ जाए और जब वह जेल से छूटें तो एक सम्मानजनक जीवन जीने योग्य हो। उन्होंने बताया कि जेल या सुधार गृह के बंदियों द्वारा तैयार कलात्मक पोशाकें, मोमबत्तियां, मालाएं और कपड़े के थैले बनाए गए हैं, जिन्हें ना केवल बहुत ज्यादा पसंद किया गया बल्कि भारी मात्रा में इसकी बिक्री भी हुई।

Source: UttarPradesh

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *