अनुराग शुक्ला, अयोध्याएक तरफ जहां योगी सरकार अयोध्या में तीसरे दीपोत्सव पर रेकॉर्ड बनाने जा रही है, वहीं दूसरी तरफ यह पहली बार होगा कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) भी के दरबार में 51 हजार दिए जलाने की बात कह रही है। इसके लिए समर्थित संत-महंतों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को विवादित परिसर के रिसीवर/मंडलायुक्त से मिलकर अनुमति मांगेगा कि उन्हें रामलला के सामने 51 हजार दीपक जलाने की अनुमति दी जाए।
एनबीटी को मिले पत्र में वीएचपी ने विवादित परिसर के रिसीवर से कहा है कि जिस महोत्सव का कार्यक्रम अयोध्या सहित सम्पूर्ण विश्व दीपक जलाकर मना रहा हो, वहीं श्रीराम लला की जन्मभूमि परिसर में धूमधाम से दीपक ना जल पाना हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं पर चोट पहुंचाने और दुखी करने वाला है। वीएचपी के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा कहते हैं कि इस बार तो 51 हजार दीप रामलला के सामने समर्पित किए जाएंगे, लेकिन आने वाली दीपावली से पहले भव्य राम लला का मंदिर बनेगा यह हिंदू जनमानस का विश्वास है।
दीपावली पर जलते हैं रामलला के दरबार में 51 दीप
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि दीप जलाने के लिए कोई सरकारी अनुदान नहीं है। वह स्वयं ही 51 दीप रामलला के गर्भ गृह में जलाकर दीपावली मनाते हैं।
Source: UttarPradesh