अनिल सिंह भदौरिया की ख़ास पड़ताल पर आधारित लेख
किरंदुल, छत्तीसगढ़ में एक और जहां कोरोना अपना पैर पसार चुका है लगभग समूचा छत्तीसगढ़ इससे पीड़ित है जिसके चलते सरकार ने कड़ा निर्णय लेते हुए एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया है इस लॉकडाउन का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं बल्कि करो ना के बढ़ते संक्रमण को रोककर छत्तीसगढ़ निवासियों की जान को बचाना है ऐसे में कुछ शरारती तत्व लॉक डाउन का फायदा उठाकर मोटी कमाई करने में जुटे हैं.
बस्तर के किरंदुल में जहां लॉकडाउन के चलते पान ठेला और किराना दुकान वाले व्यवसाई जमकर मोटी कमाई में लगे हुए हैं लॉकडाउन में आम नागरिकों की जेब में यह डाका डाल रहे हैं और इन्हें किसी का खौफ दिखाई नहीं दे रहा है बता दें किरंदुल में पान ठेले और किराना दुकान वाले लोगों द्वारा आम जनता को महंगे दामों पर सामान दिया जा रहा है जिसके चलते लोग परेशान हैं तंबाकू और गुटखा सिगरेट के आदी हो चुके लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तंबाकू गुटखा सिगरेट के दामों में अंधाधुंध बढ़ोतरी करके व्यापारी पैसे कमाने में लगे हुए हैं पान गुटखा और किराना व्यापारी 10:00 बजे के बाद प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए आधा शटर खोलकर मनमाने दामों में इनकी बिक्री कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं मगर जिला प्रशासन शायद कुंभकरण की नींद में लीन है जिसके चलते इनके हौसले बुलंद हैं, सूत्रों की माने तो 5 रुपए वाला गुटखा 20 रुपए में पूरे किरंदुल में बिक रहा, लॉक डाउन में कालाबाजारी करने वाले व्यपारियो पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही क्यू नही हो रही ये आमजन की समझ से परे है, वही नियमो का हवाला दे कर प्रशासन मौनव्रत पर है।