अथॉरिटी की शिकायतों पर बिल्डरों के खिलाफ 36 केस दर्ज, बायर्स की शिकायतें रद्दी में

एनबीटी न्यूज, ग्रेटर नोएडा

ग्रेनो अथॉरिटी की शिकायतों पर पुलिस बिल्डरों के खिलाफ 36 केस दर्ज कर चुकी है। वहीं शाहबेरी में 60 से अधिक बायर्स की 13 शिकायतों पर मुकदमा दर्ज करने के लिए तैयार नहीं है। बायर्स ने बिल्डर, अथॉरिटी और बैंक अधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी है। उनका कहना है कि मीटिंग में सीनियर पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि बायर्स आगे आकर बिल्डर व अन्य आरोपितों के खिलाफ शिकायत दें। पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करेगी। अब वही पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है।

इन बायर्स का आरोप है कि उन्हें गुमराह कर अवैध इमारतों में फ्लैट बेचने का जितना दोषी बिल्डर है उतना ही बैंक व अथॉरिटी के अधिकारी भी हैं। बैंक के अधिकारियों ने नक्शे की जांच किए बिना अवैध फ्लैट्स के लोन पास कर दिए, जबकि उन्हें पता था कि यह जमीन अथॉरिटी के अधिसूचित एरिया में है। अगर वह ईमानदारी से काम करते तो हजारों बायर्स बिल्डरों के झांसे में आने से बच जाते। वहीं अथॉरिटी अधिकारियों ने भी बिल्डिंग का निर्माण कार्य समय रहते बंद नहीं कराया। शाहबेरी के निवेशक सचिन राघव का कहना है कि एसआईटी भी इस मामले की जांच को सही से नहीं कर रही है। वह सिर्फ रजिस्ट्री कराने वालों और बिल्डरों के खिलाफ जांच कर रही है। बैंक व इससे संबंधित अथॉरिटी व पुलिस अधिकारियों से पूछताछ नहीं कर रही है। बायर्स का कहना है कि अगर उनके मुकदमे दर्ज नहीं होते है तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी।

बता दें कि जिला प्रशासन व पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के आरोपित 3 बिल्डरों की करीब 25 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच और 76 प्रॉपर्टी को सीज किया है। इस प्रकरण में अब तक 86 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। कई आरोपित बिल्डरों पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया जा चुका है। जिन 3 बिल्डरों की प्रॉपर्टी सीज हुई है, उनमें से एक पर रासुका भी लग चुका है।

बिसरख कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार पाठक का कहना है कि जिन बिल्डरों के खिलाफ पहले से मुकदमा दर्ज है, बायर्स ऐसे बिल्डर के खिलाफ शिकायत दे रहे हैं। वह उनकी शिकायत पहले से दर्ज मुकदमे में शामिल करने को तैयार हैं। बायर्स बैंक व अथॉरिटी अधिकारियों पर मुकदमे दर्ज कराना चाहते हैं जो संभव नहीं है।

सुधीर कुमार

Source: UttarPradesh

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