के झांसी जिले में कथित पुलिस मुठभेड़ में मारे गए करगुवां गांव के पुष्पेंद्र यादव की 90 वर्षीय दादी की रविवार तड़के सदमे के चलते मौत हो गई। पुष्पेंद्र यादव के बहनोई राजू यादव ने फोन पर बताया कि पांच-छह अक्टूबर की रात पुष्पेंद्र के कथित पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उनकी 90 साल की दादी ने सदमे में आकर खाना-पीना छोड़ दिया था। इसके बाद रविवार तड़के घर पर ही उनका निधन हो गया।
राजू यादव ने बताया, ‘दादी के निधन से एक बार फिर गांव में शोक की लहर है और करीब दो सौ लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मौजूद हुए।’ पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर प्रकरण को तूल पकड़ते देख शासन ऐक्शन मोड में आ गया है। शनिवार को शासन ने झांसी के अपर पुलिस अधीक्षक नगर
को हटाकर तकनीकी सेवाएं मुख्यालय में भेज दिया। उनके स्थान पर डीजीपी के जनसंपर्क अधिकारी रहे राहुल श्रीवास्तव को झांसी का अपर पुलिस अधीक्षक नगर बनाया गया है। राहुल वर्तमान में तकनीकी सेवा में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात थे।
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पत्नी बोली, पैसे वापस मांगे तो मार डाला
पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी का कहना है कि उसके पति का मोठ कोतवाल से बालू के व्यापार का सौदा एक लाख में तय हुआ था। 50 हजार रुपये पहले दे आए थे। कोतवाल एक के बजाए डेढ़ लाख मांगने लगा था। पति ने सौदा तोड़ते हुए 50 हजार रुपये वापस मांगे। इसी पर विवाद हुआ और मेरे पति को एनकाउंटर दिखाकर मार डाला।
Source: UttarPradesh