उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक के पति के ऊपर जिला अस्पताल के डॉक्टर से का आरोप है। ऐश्वर्य चौधरी पर कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी। सुबह से ओपीडी बंद कर दी गई। डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ा।
उधर, ऐश्वर्य चौधरी ने कहा, ‘डॉक्टरों ने एक मृतक के परिजन से संवेदनहीन व्यवहार किया। सुबह 8 बजे कागजात पहुंचने के बाद भी डॉक्टर रजनीश पोस्टमॉर्टम हाउस पर नहीं पहुंचे। उनके देर से आने पर ऐतराज जताया गया था, बदसलूकी नहीं की गई।’ डॉक्टर रजनीश शर्मा ने डीएम से शिकायत की है कि उनके पोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचते ही ऐश्वर्य चौधरी और उनके समर्थकों ने गाली-गलौच और धक्का-मुक्की की। फार्मासिस्ट अचल वर्मा से अभद्रता करके सरकारी कार्य में बाधा डाली गई।
डॉक्टरों के संगठन ने की कार्रवाई की मांग
आरोप लगाया गया कि इससे पहले भी ऐश्वर्य चौधरी एक अन्य डॉक्टर फैज हैदर से बदसलूकी कर चुके हैं। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ ने डीएम से ऐश्वर्य चौधरी और उनके समर्थकों के खिलाफ मेडिकल प्रोटेक्शन ऐक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की। कार्रवाई न होने पर पीसीएस असोसिएशन और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अन्य संगठन और बाह्य रोगी सेवाएं बंद जारी रखने की चेतावनी दी है। ऐश्वर्य चौधरी ने भी डीएम से शिकायत करते हुए डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग की है।
पेद्दा कांड को लेकर डेढ़ साल जेल में रहे थे ऐश्वर्य
विधायक पति ऐश्वर्य चौधरी और चिकित्सक रजनीश शर्मा के बीच हुए विवाद को लेकर जिले की सियासत गरमा गई है। ऐश्वर्य चौधरी पेद्दा कांड के आरोपी भी रहे हैं। कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। राजनीति में ऐश्वर्य चौधरी की पकड़ है। पेद्दा कांड के बाद वह खूब चर्चा में रहे। उन्हें डेढ़ साल से ज्यादा जेल में रहना पड़ा। रिहाई के बाद ऐश्वर्य चौधरी जिले की राजनीति में सक्रिय हो गए।
Source: UttarPradesh