कार्तिक महीने की शुरुआत होने के बाद वाराणसी में एक बार फिर देश के शहीदों की याद में गंगा तट पर आकाश दीप जलाए गए हैं। गंगा तट पर सोमवार को सेना और अन्य सुरक्षाबलों के अधिकारियों की उपस्थिति में दीपदान कराया गया और गंगा के घाट आकाश दीपों की लड़ियों से जगमगाते नजर आए।
शहीदों की याद में दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से अयोजित कार्यक्रम में सेना के अधिकारियों की मौजूदगी में सैन्य टुकड़ी ने आकाशदीप जलाने से पहले शहीदों को सलामी दी। इस मौके पर सूबे के मंत्री रवींद्र जायसवाल भी उपस्थित रहे।
कार्तिक मास में आकाश दीप जलाने का परंपरा की निर्वाह करने पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से लेकर नेपाल तक के लोग वाराणसी आते हैं। कारगिल युद्ध के बाद से चली आ रही परंपरा के तहत दशाशवमेध घाट पर हर साल आकाश दीप जलाए जाते हैं। इन दीपों के माध्यम से गंगा तट पर सेना, पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य बलों के शहीद जवानों को नमन किया जाता है। सोमवार को एक बार फिर वाराणसी में इसी क्रम की शुरुआत हुई तो गंगा तट के तमाम घाट आकाश दीपों की रोशनी से जगमगा उठे।
देव दीपावली के साथ होगा समापन
कार्तिक महीने की प्रतिपदा से शुरू हुए इस आयोजन का समापन कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली के साथ होगा। काशी के सबसे महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक देव दीपावली के अवसर पर शहीदों को सेना के जवान श्रद्धांजलि देंगे।
दुनिया भर के पर्यटक बनेंगे साक्षी
‘अतुल्य भारत’ के पन्नों में जगह बनाने वाले देव दीपावली उत्सव के दिन राजेंद्र प्रसाद घाट पर इंडिया गेट की अनुकृति बनेगी तो गोरखा रेजिमेंट एवं वायुसेना के जवान शहीदों को सलामी देंगे। इस अवसर पर देश-दुनिया के लाखों लोग गंगा के तट पर होने वाले इस विहंगम आयोजन के साक्षी भी बनेंगे।
Source: UttarPradesh