B- पुलिस कस्टडी में मौत के बाद प्रदीप के बेटे ने बताई आंखों देखी घटना
– अस्पताल ले जाते समय पापा बोले, बहुत मारा है, अब नहीं बचूंगा। मां का ध्यान रखनाB
B- पूछताछ के दौरान पुलिस चौकी में मौजूद प्रदीप का भाभी ने कहा, पहले धक्का दिया फिर उसे एक कोठरी में लेते गए
– मृतक के शरीर पर कई जगह नुकीली चीज चुभाने के हैं निशान B
Bएनबीटी न्यूज, हापुड़:B
पिलखुवा की छिजारसी पुलिस चौकी के अंदर कस्टडी में मारे गए युवक प्रदीप तोमर के परिवार के लोगों में बहुत गुस्सा है। जब भी कोई उनसे मिलता है तो वे पुलिसवालों की हैवानियत का किस्सा सुनाते हुए रोने लगते हैं। बेटे के लिए बस न्याय की मांग करते रहे। रविवार को बाइक का चालान होने की बात कहकर पुलिसकर्मियों ने चाचा के साथ जबरन पकड़कर छिजारसी पुलिस चौकी ले गए प्रदीप के 12 साल के बेटे ने एनबीटी से बात करते हुए हुए अपने दुख और गुस्से का इजहार किया। उसने कहा कि मेरे सामने पुलिसवाले दरिंदों की तरह पापा को मार रहे थे। मैं छोड़ने को कहता रहा और पुलिसवाले उन्हें पीटते रहे। जब रात करीब आठ बजे मुझसे नहीं रहा गया तो मैं उस कमरे में अपने पिता को बचाने और पानी पिलाने के लिए घुस गया तो पुलिसवालों ने मेरे गाल पर कई थप्पड़ मारे और गाली देकर बाहर निकल दिया। पुलिसवालों के हाथ में डंडे, सरिया और पेचकस थे। सभी पुलिसवाले नशे की हालत में थे।
Bशाम 4 बजे बुलाया और रात 11 बजे तक पीटते रहेB
प्रदीप के बेटे ने बताया कि पापा को शाम 4 बजे छिजारसी पुलिस चौकी बुलाया। इसके कुछ देर बाद ही मारना शुरू किया और रात 11 बजे तक पीटते रहे। उन्हें मारने वालों में करीब चार-पांच पुलिसकर्मी थे। उसने डबडबाई आंखों से बताया कि कई घंटे तक पुलिस ने पिता की पिटाई की और बाद में हालत खराब होने पर जीप में डालकर पास के अस्पताल ले गए। मैं भी उनके साथ गया था। जहां डाक्टरों ने दवाई लाने के लिए उन्हें लिस्ट थमा दी। पुलिसवालों ने वह लिस्ट मुझे देते हुए दवा लाने को कहा। मैंने कहा कि मेरे पास पैसा नहीं है। इसके बाद वह पापा को लेकर मेरठ के अस्पताल जाने लगे। मैं रोता हुआ पापा के पास गया तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर कहा कि मैं अब नहीं बचूंगा, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। मेरे बाद अपनी मां का ध्यान रखना। इतना कहकर वह बेहोश हो गए। मेरठ हॉस्पिटल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
Bपत्नी ने कहा, दोषी पुलिसवालों पर दर्ज हो हत्या का केसB
मृतक की पत्नी रजनी तोमर ने बताया कि उसके पति को धोखे से बुलाकर पुलिस ने हत्या कर दी। अब उनके बच्चों को क्या होगा। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। पिता राजकुमार तोमर ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के साथ मेरे बेटे की तरह ही बर्ताव होना चाहिए।
Source: UttarPradesh