और युजवेंद्र चहल को पिछले दो महीने में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के मद्देनजर भारतीय टीम मैनेजमेंट ने वेस्ट इंडीज और साउथ अफ्रीका के खिलाफी टी20 सीरीज में युवा खिलाड़ियों को मौका दिया है। पिछले कुछ समय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे कुलदीप ने कहा है कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज की समाप्ति के बाद खुद को टी20 से बाहर किए जाने को लेकर वह टीम मैनेजमेंट से बात करेंगे।
वर्ल्ड कप के बाद औसत गिरा
चौबीस साल के इस खिलाड़ी ने इंटरनैशनल क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2017 में डेब्यू मैच में चार विकेट लेने के बाद कम समय में ही तीनों फॉर्मेट की टीम में जगह पक्की कर ली। कुलदीप टेस्ट टीम का हिस्सा हैं लेकिन मौजूदा सत्र में उन्होंने खेलने का मौका नहीं मिला है क्योंकि आर अश्विन और रविंद्र जाडेजा प्रदर्शन कर रहे हैं। वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने सात मैचों में 56.16 की औसत से सिर्फ सात विकेट लिए हैं। टी20 टीम से बाहर होने के बाद कुलदीप टेस्ट टीम के प्लेइंग इलेवन में भी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे स्पिनर कुलदीप ने हालांकि कहा कि उनके लिए यह चुनौती इंटरनैशनल करियर में मिलने वाली कई चुनौतियों में से एक है। कुलदीप ने कहा, ‘मैंने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया था तो कभी नहीं सोचा था कि भारत के लिए खेलूंगा। मैं भारत के लिए पिछले तीन साल से खेल रहा हूं और मुझे कई चुनौतियों को सामना करना पड़ेगा जिसमें से मौजूदा चुनौती भी एक है। कड़ी मेहनत और अनुशासन के बिना कुछ भी संभव नहीं है और मैं उसी दृष्टिकोण के साथ खेल रहा हूं।’
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