केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में एक बार फिर माहौल गरमा गया है। बुधवार को छात्रों और दुकानदारों के बीच जमकर पथराव होने से अफरातफरी मच गई। इसके बाद छात्र विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार बंद कर धरने पर बैठे गए। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बीएचयू को एक बार फिर छावनी में तब्दील कर दिया गया।
दरअसल, मंगलवार रात बीएचयू अस्पताल गेट के सामने स्थित मेडिकल स्टोर पर दवा की खरीद में डिस्काउंट को लेकर छात्रों की दुकानदार से झड़प हो गई थी। इसको लेकर दुकानदारों और छात्रों में जमकर मारपीट के बाद में छात्रों ने बीएचयू के सभी गेट बंदकर विरोध प्रदर्शन किया। देर रात पुलिस ने मेडिकल स्टोर के कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी कर मामले को शांत किया, लेकिन बुधवार की दोपहर गिरफ्तार आरोपी को छोड़ देने की अफवाह पर छात्र फिर भड़क गए।
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दर्जनों की संख्या में परिसर से बाहर निकले छात्रों के दवा की दुकानों पर पथराव शुरू किए जाने से भगदड़ मच गई। दुकानदारों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी पथराव किया। आधे घंटे तक दोनों तरफ से जबरदस्त पथराव होता रहा। इसकी जानकारी के बाद कई थानों की फोर्स और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच छात्रों को समझा कर वहां से हटाया। विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचते ही छात्रों ने मुख्य द्वार को बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। उधर, विरोध में दुकानें बंद रहीं।
गृहमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर प्रशासन सक्रिय
गुरुवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में गृहमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन मामले को जल्द सुलझाने में लगा है। खुफिया विभाग के सूत्रों की मानें तो वीआईपी कार्यक्रम से पहले बवाल के पीछे सोची-समझी साजिश हो सकती है। वैसे भी दो सालों से बीएचयू में सितंबर और अक्टूबर के महीने में किसी ना किसी बात पर बवाल होता रहा है।
कार्यक्रम की होर्डिंग पर पोती कालिख
बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में गृहमंत्री के कार्यक्रम से संबंधित लगी होर्डिंग पर कालिख पोते जाने का मामला भी सामने आया है। सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर में होर्डिंग में बनी अमित शाह की फोटो पर कालिख पोतने के साथ ‘छात्रसंघ बहाल करो’ लिखा है। बता दें कि गुरुवार को बीएचयू में होने वाले कार्यक्रम में गृहमंत्री और सीएम के अलावा कई गणमान्य अतिथि भी शामिल होने वाले हैं।
Source: UttarPradesh