भारत के लिए पहला मौका मनिंदर सिंह ने बनाया जिन्होंने अकेले दम पर विरोधी टीम के तीन खिलाड़ियों को छकाया लेकिन उनका शॉट क्रॉसबार के ऊपर से निकल गया। ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर जेम्स मजारेलो ने इसके बाद सुदीप के प्रयास को भी नाकाम किया और फिर भारत को तीन पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने से रोका।
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दूसरे क्वॉर्टर में ब्रिटेन के गोलकीपर ओलिवर पेन को उतारा जिन्होंने दिलप्रीत सिंह के शानदार शाट को विफल करने के बाद गुरसाहिबजीत के प्रयास को भी नाकाम किया। हाफ टाइम तक दोनों टीमें गोल रहित बराबरी पर थीं।
तीसरे क्वॉर्टर में भी यही स्थिति दोहराई गई। भारत को पांचवां पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार मजारेलो ने प्रदीप लाकड़ा की ड्रैग फ्लिक को रोका। कुछ मिनटों बाद मनिंदर की बदौलत भारत को गोल करने का सुनहरा मौका मिला लेकिन शिलानंद लाकड़ा के का शॉट सीधा मजारेलो के पास पहुंचा जिन्होंने इसे आसानी से रोक दिया।
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चौथे क्वॉर्टर में भारत ने और तेजी दिखाई। टीम को 49वें मिनट में सातवां पेनल्टी कॉर्नर मिला। भारत ने इस बार वैरिएशन अपनाया और मनदीप की ड्रैग फ्लिक को गुरसाहिबजीत ने गोल का रास्ता दिखाया। इसके एक मिनट के भीतर ब्रिटेन को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। संजय ने शुरुआत प्रयास को नाकाम किया लेकिन रिबाउंड पर स्टुअर्ट रशमोर ने गोल करके टीम को बराबरी दिला दी। रशमोर ने इसके बाद रिबाउंड पर एक और गोल दागकर ग्रेट ब्रिटेन को खिताब दिला दिया।
Source: Sports