मध्य प्रदेश के भिंड में एक स्कूल के कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर जिला कलेक्टर ने प्रिंसिपल पर 1 हजार रुपये का जुर्माना ठोका है। मामला 18 अक्टूबर का है। भिंड में एक सरकारी स्कूल में फंक्शन के दौरान मेहमानों के स्वागत के लिए प्लास्टिक के बैग में मालाएं लाई गई थीं। जैसे ही कलेक्टर ने इसे नोटिस किया उन्होंने प्रिंसिपल पर जुर्माना लगा दिया।
दरअसल स्कूल में जैव विविधता पर वन विभाग के सहयोग से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें करीब 57 स्कूल के बच्चों ने हिस्सा लिया था। छोटे सिंह यहां मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। उनके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी, डीएफओ और अडिशनल जिला मैजिस्ट्रेट भी कार्यक्रम में यहां मौजूद थे।
बीच कार्यक्रम में लगाया जुर्माना
स्कूल प्रिंसिपल पीएस चौहान मेहमानों के स्वागत के लिए एक प्लास्टिक बैग में फूल-मालाएं लेकर आए थे। यह देखकर वहां मौजूद कलेक्टर ने प्रिंसिपल पर एक हजार रुपये का फाइन लगा दिया। इससे प्रधानाचार्य शर्मिंदा हो गए और वहां मौजूद आयोजक और दर्शक भी इस घटना से अवाक रह गए।
‘कार्यक्रम पर्यावरण पर और प्लास्टिक का हुआ इस्तेमाल’
कलेक्टर छोटे सिंह ने बताया, ‘मेहमानों के स्वागत के लिए मालाएं प्लास्टिक के एक बैग में लाई गई थीं और पानी भी प्लास्टिक की बोतलों में सर्व किया गया था। यह दुर्भाग्यवश है कि ये आइटम उस जगह इस्तेमाल किए जा रहे हैं जहां सैकड़ों छात्र मौजूद थे और पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम किया जा रहा था। इस तरह की चीजें गलत संदेश देती हैं।’
‘हमारे संस्थान में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक’
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा, ‘यह कार्यक्रम वन विभाग की टीम द्वारा आयोजित किया गया था और उन्हीं के माध्यम से सारा इंतजाम किया गया था। पॉलिथिन बैग में मालाएं लाने की वजह से जुर्माना लगाया गया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे संस्थान में प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह बैन है। कलेक्टर ने कहा कि चूंकि प्रोग्राम स्कूल में हुआ था इसलिए मेरा दायित्व है कि सभी नियमों का पालन किया जाए।’
Source: Madhyapradesh