100 से ज्यादा गाड़ियां चुराने वाला गिरफ्तार

B- एक ही रात में अलग-अलग इलाकों से चुराईं 3 इनोवा भी बरामद

– डिमांड मिलने पर सिलिगुड़ी में भेजते थे चोरी की गाड़ियां

– पिछली खिड़की से घुसकर महज 2 मिनट में चुराते थे इनोवा

– सेक्टर 49 थाना पुलिस ने पकड़ा, 3 आरोपित अभी भी फरार

विशेष संवाददाता, नोएडाB

सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को चुराने वाले गिरोह का सेक्टर 49 थाना पुलिस ने खुलासा किया है। इनके निशाने पर सिर्फ इनोवा कारें होती थीं। गाड़ी चुराने के बाद दिल्ली के एक कबाड़ी के यहां कटवा देते थे। डिमांड मिलने पर सिलिगुड़ी भी भेजते थे। पुलिस का दावा है कि गैंग ने 100 से ज्यादा वाहनों को चुराया है। एक आरोपित गिरफ्तार हुआ है। उसकी निशानदेही पर 3 इनोवा और एक अन्य कार बरामद हुई है। गैंग के 3 सदस्य अभी फरार हैं। इनोवा की पिछली खिड़की से घुसकर महज 2 मिनट में गाड़ी चुरा लेते थे।

एसपी सिटी अशोक कुमार सिंह ने बताया है कि पकड़े गए आरोपित की पहचान सदरपुर सेक्टर-45 में रहने वाले विनोद मेहरा के रूप में हुई है। विनोद मूलरूप से दिल्ली के नवी करीम का रहने वाला है। उसे सेक्टर 49 थाना पुलिस ने सेक्टर 51 मेट्रो स्टेशन के पास से सोमवार को संदिग्ध अवस्था में बीट कार में घूमते हुए पकड़ा। आरोपित बीट कार के कागज नहीं दिखा सका। इसके बाद उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। उसने बताया कि वह साथियों के साथ मिलकर वाहन चोरी करता है। 15 अक्टूबर की रात उसके गिरोह ने दिल्ली के मयूर विहार, बदरपुर और नोएडा के सेक्टर 39 से 3 इनोवा गाड़ियां चोरी की हैं। चोरी की गाड़ियों को सेक्टर 51 में ही डायमंड क्राउन बैंक्विट हाल के पीछे खाली प्लॉट में खड़ी किया है। उसकी निशानदेही पर तीनों गाड़ियों को बरामद कर लिया गया।

Bमायापुरी के कबाड़ी को बेचते थे गाड़ियांB

आरोपित ने अपने 3 साथियों के नाम मेरठ निवासी ढीला व अबरार बताया है। दिल्ली के मायापुरी निवासी कबाड़ी अनिल सरदार उनसे चोरी की गाड़ियां खरीदकर काटता था। पुलिस तीनों की तलाश कर रही है। विनोद ने बताया कि वह सड़क किनारे खड़ी इनोवा कारों को ही निशाना बनाते थे।

Bइस तरह चुराते थे कारB

पुलिस को पूछताछ में पता चला कि इनोवा की पिछली खिड़की के क्वाटर ग्लास को उतारकर गाड़ी खोलते थे। फिर ईसीएम को निकालकर मास्टर ईसीएम से इलेक्ट्रॉनिक लॉक खोलकर गाड़ी स्टार्ट करके चुरा लेते थे। इस पूरे काम में इन्हें 2 मिनट से ज्यादा नहीं लगते थे। सिलिगुड़ी से गाड़ी खरीद की डिमांड नहीं मिलने पर अनिल को बेच देते थे। दिल्ली समेत अन्य जिलों में भी आरोपित के अपराधिक इतिहास के बारे में पता किया जा रहा है।

Source: UttarPradesh

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