बलिया
होने पर नियंत्रण के लिए जिन पुलिसकर्मियों को प्रदेश सरकार ने प्रशिक्षण दिया है, वह भी जिले में रिहर्सल के दौरान फेल हो गए। यह किस्सा बलिया जिले का है जहां के लिए आंसू गैस के गोले दागने के लिए जिन कारतूसों का प्रयोग पुलिस करती है, वह भी मिस हो गए।
होने पर नियंत्रण के लिए जिन पुलिसकर्मियों को प्रदेश सरकार ने प्रशिक्षण दिया है, वह भी जिले में रिहर्सल के दौरान फेल हो गए। यह किस्सा बलिया जिले का है जहां के लिए आंसू गैस के गोले दागने के लिए जिन कारतूसों का प्रयोग पुलिस करती है, वह भी मिस हो गए।
बलिया में दंगा नियंत्रण का प्रशिक्षण लिए पुलिसकर्मियों के रिहर्सल में फेल होने की खबर को सुनकर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने सफाई देते हुए कहा कि अभ्यास छूट जाने के बाद ऐसा हो जाता है। बता दें कि मंगलवार को पुलिस परेड ग्राउंड में दंगा नियंत्रण हेतु असलहा का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। वह भी कोई नए पुलिस अधिकारी और सिपाही नहीं, बल्कि परिपक्व सिपाहियों तथा सभी थानाध्यक्षों को जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ के समक्ष अभ्यास कराया जा रहा था।
इस दौरान चौंकाने वाला नजारा तब दिखा जब उच्चाधिकारियों के सामने फायर करते हुए निरीक्षक फेल दिखे तो कारतूस मिस हुआ। भविष्य में रिहर्सल के दौरान कोई फेल न हो इसके लिए नियमित प्रशिक्षण कराया जाएगा। यह एसपी का फरमान है।
Source: UttarPradesh