हैदराबाद, 5 मार्च 2022 : भारत के सब से बडे लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की दिनांक 03-03-2022 को मदुरै में सम्पन्न बैठक में वर्ष 2018-19 एवं 2020-21 के लिए इस्पात राजभाषा प्रथम पुरस्कार और वर्ष 2019-20 के लिए इस्पात राजभाषा प्रेरणा पुरस्कार ग्रहण किए । माननीय केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह जी ने श्री सुमित देब, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने भारत की राजभाषा को व्यावहार में लाने के लिए सभी इस्पात उपक्रमों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और एनएमडीसी को प्राप्त हुए प्रशस्ति पत्रों के लिए बधाई दी।
इस अवसर पर माननीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने एनएमडीसी के उप महाप्रबंधक (राजभाषा) को तीन वर्षों के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।इस बैठक के दौरान एनएमडीसी ने कम्पनी में राजभाषा कार्यांवयन की स्थिति पर बनवाई गई अपनी एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की । एनएमडीसी के इस नवोन्मेषी प्रयास की समिति के सदस्यों ने बहुत सराहना की।
बैठक में इस्पात मंत्रालय के उच्चाधिकारियों, हिंदी सलाहकार समिति के माननीय सदस्यों, इस्पात मंत्रालय के नियंत्रणाधीन सभी इस्पात उपक्रमों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकों ने प्रतिभागिता की।
इस अवसर पर सुमित देब ने कहा, “मुझे राजभाषा को कार्यान्वित करने और राजभाषा के आयोजनों में एनएमडीसी के योगदान पर गर्व है। एनएमडीसी में, हम तकनीकी विषयों पर हिंदी में मौलिक लेखन को बढ़ावा देते हैं और दैनिक विचार- विमर्श में राजभाषा के प्रयोग को प्रोत्साहित करते हैं।