बीएचयू: अब राजीव गांधी का नाम हटाने पर घमासान

विकास पाठक, वाराणसी
काशी हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय () का विवाद से पीछा नहीं छूट रहा है। संस्‍कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय (एसवीडीवी) में पहले गैर हिन्‍दू शिक्षक डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर विवाद खत्‍म होते ही विश्‍वविद्यालय के (बरकछा) से पूर्व प्रधानमंत्री का नाम हटाने के प्रस्‍ताव पर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इस प्रस्‍ताव का विरोध किया है।

मीरजापुर जिले में स्थित बीएचयू के दक्षिणी परिसर का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर 13 वर्ष पूर्व हुआ था। दक्षिणी परिसर के नाम से राजीव गांधी का नाम हटाकर सिर्फ बीएचयू दक्षिणी परिसर करने पर बीएचयू कोर्ट ने मुहर लगाई है। राजीव गांधी का नाम हटाने के प्रयास को अमलीजामा पहनाने के लिए संबंधित प्रस्‍ताव को विश्‍वविद्यालय की विद्वत परिषद से पास कराना होगा। इसके बाद प्रस्ताव को कार्यकारिणी की बैठक में लाकर उससे भी हरी झंडी लेनी होगी। नाम बदलने के प्रस्‍ताव की जानकारी मिलते ही विरोध शुरू हो गया है।

बीएचयू कोर्ट की बैठक की अध्‍यक्षता करने वाले विश्‍वविद्यालय के चासंलर और महामना के पौत्र न्‍यायमूर्ति गिरधर मालवीय का कहना है कि राजीव गांधी एक अच्‍छे इंसान थे, लेकिन बीएचयू में उनका किसी भी रूप में कोई योगदान नहीं रहा है। ऐसे में कोर्ट की बैठक में बीएचयू राजीव गांधी दक्षिणी कैंपस का दूसरा नाम बदलने का सुझाव बैठक में आया और यह तय हुआ कि इसका नाम केवल बीएचयू साउथ कैंपस कर दिया जाए। अब आगे क्‍या होता है, यह नियमों पर निर्भर होगा।

कांग्रेस के नेता और पूर्व विधायक अजय राय का कहना है कि बीएचयू के बरकछा कैंपस से राजीव गांधी का नाम किसी कीमत पर हटने नहीं दिया जाएगा। सड़क पर उतर कर विरोध किया जाएगा। यह भी कहा कि नामकरण की राजनीति करने वालों को कांग्रेस सबक सिखाएगी। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्‍यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी ने कहा कि बीजेपी सरकार में नाम बदलने के अलावा विकास संबंधी कोई काम नहीं हुआ। जल्‍द प्रस्‍ताव वापस नहीं हुआ तो आंदोलन शुरू किया जाएगा।

2006 में शुरू हुआ था दक्षिणी परिसर
एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्‍वविद्यालय बीएचयू के बरकछा स्थित दक्षिणी परिसर का क्षेत्रफल 2700 एकड़ है। वर्ष 2006 में भूमि पूजन के समय ही इसका नाम राजीव गांधी दक्षिणी परिसर रख दिया गया था। वर्तमान में यहां 26 पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। 2500 छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्‍त कर रहे हैं तो दो सौ शिक्षक व कर्मचारी तैनात हैं।

Source: International

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