श्रीनगर-जम्मू-कश्मीर के कुछ जिलों में गुरुवार से मोबाइल फोन सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. 5 अगस्त से राज्य की मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई थीं. 25 दिन बाद जम्मू के पांच जिलों डोडा, रामबन, राजौरी, पुंछ और किश्तवाड़ में लगी पाबंदियों में ढील देते हुए मोबाइल सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. हालांकि, बाकी जिलों में अभी भी मोबाइल सेवा ठप है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि हालात को देखते हुए बाकी जिलों में भी सेवाएं शुरू की जाएंगी.
दूसरी ओर, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार का अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी करने का फैसला जम्मू-कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए है. उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन कश्मीर घाटी में मौतों का कोई आंकड़ा नहीं छिपा रहा है, यहां किसी की भी मौत नहीं हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगभग 50 हजार नई सरकारी नौकरियां पैदा होंगी.
मलिक ने घोषणा की कि सरकार कुपवाड़ा और हंदवाड़ा जिलों में मोबाइल फोन कनेक्टिविटी खोलने जा रही है. इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि फोन और इंटरनेट का उपयोग लोग कम करते हैं, जबकि इसका ज्यादातर इस्तेमाल आतंकवादियों की ओर से किया जाता है. उन्होंने कहा, “यह हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्रकार का हथियार है, इसलिए हमने इसे रोक दिया है. धीरे-धीरे सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी.”