पुलिस भर्ती परीक्षा में ठेके पर पास कराने वाले गिरोह के 9 सॉल्वर धरे गए

अनिल शर्मा,आगरा
आगरा पुलिस और पीएसी की आरक्षी भर्ती परीक्षा में नौ फर्जी परीक्षार्थियों के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ है कि आगरा, फिरोजाबाद के अलावा बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के फर्जी अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हुए हैं। फिरोजाबाद के भर्ती गैंग ने लाखों रुपए लेकर में सौ से ज्यादा सॉल्वर लगा कर इतने ही लोगों को पास कराने का ठेका लिया है। गैंग सरगना सहित बाकी मुन्ना भाइयों की धर पकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही है।

बता दें कि पुलिस और पीएसी की आरक्षी भर्ती अक्तूबर-2018 परीक्षा के अंतिम चरण की अभिलेखीय समीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण 28 नवंबर से पुलिस लाइन में चल रहा है। भर्ती स्थल पर सख्त पहरा है और हर अभ्यर्थी की गहनता से जांच के बाद ही उन्हें परीक्षा में शामिल किया जा रहा है। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। यहां पर बैरिकेडिंग की गई है।

एसएसपी बबलू कुमार ने हरेक अभ्यर्थी के दस्तावेजों की बारीकी से जांच का आदेश दिया था। पुलिस अधीक्षक यातायात प्रशांत कुमार के साथ पूरी टीम काम कर रही थी। जांच में पाया गया कि नौ लोग कूटरचित दस्तावेज तैयार करके परीक्षा में शामिल हो गए हैं। ये सभी सॉल्वर अंतरराज्यीय भर्ती गैंग के सदस्य हैं। इनका सरगना फिरोजाबाद का रजनेश है। पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थियों में आगरा, फिरोजाबाद के अलावा बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लोग शामिल हैं।

पुलिस अधिकारियों ने दो दिन में प्रमोद (बिहार), कृष्णकांत (फिरोजाबाद), चित्र सिंह (धौलपुर), गजेंद्र सिंह (फिरोजाबाद), कृष्णवीर (अछनेरा), सतेंद्र सिंह (फिरोजाबाद), संजय कुमार (ग्वालियर), रामचंद्र ओझा (ग्वालियर) को दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने पर पकड़ लिया गया । फिरोजाबाद का वेद प्रकाश बायोमेट्रिक मिलान में पकड़ा गया। उसकी परीक्षा सॉल्वर ने दी थी लेकिन परीक्षण में वह खुद आया था।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि रजनेश, गिरजेश उर्फ आदित्य, अनिल और संजय निवासीगण फिरोजाबाद अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पुलिस भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों के स्थान पर अन्य को बैठाकर पास कराने का ठेका 5-6 लाख रुपये में लेते हैं। फर्जी कागजात तैयार करके उपलब्ध कराते हैं। उन्हीं के कहने पर परीक्षा में शामिल हुए। गैंग ने लगभग 100 मुन्नाभाइयों ने पास कराने का ठेका लिया था।

नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार ने बताया है कि यह जांच की जा रही है कि कितने सॉल्वरों ने परीक्षा पास कर ली है। वह कहां-कहां परीक्षण में शामिल होने जा रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि गैंग के सरगना ने अभ्यर्थियों के फार्म भी भरवाए थे। फार्म पर कुछ अभ्यर्थियों के फोटो फोटोशॉप से भी बदलवा दिए गए। फोटो ऐसी बनाई गई, जिससे कि सॉल्वर और अभ्यर्थी की फोटो में कोई खास अंतर नजर नहीं आए जिससे असली अभ्यर्थी के जाने पर कोई पकड़ नहीं सके।

कई सॉल्वर का चयन भी देखकर किया गया। कई सॉल्वर अभ्यर्थी के चेहरे से मिलते-जुलते भेजे गए। सॉल्वर अपनी दाढ़ी और मूंछ भी बढ़ाकर पहुंचे थे। अभ्यर्थी के परिवार और शिक्षा संबंधी जानकारी भी लेकर आए थे लेकिन पुलिस के तीखे सवालों से गड़बड़ा गए और पकड़े गए। प्रशांत कुमार का कहना है कि गैंग सरगना रजनेश सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई है। फिरोजाबाद पुलिस की भी मदद ली जा रही है। जिन अभ्यर्थियों ने फर्जी तरीके से परीक्षा दिलवाई उनको भी गिरफ्तार किया जाएगा।

Source: International

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