विराट-रोहित में 'कॉम्पिटिशन', किसे हो रहा फायदा!

राहुल कुमार, नई दिल्ली
आज जहां टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली क्रिकेट के सारे कीर्तिमानों को ध्वस्त करने की स्थिति में पहुंच गए हैं, वहीं रोहित शर्मा की प्रतिभा और नैसर्गिक खेल ने हर किसी को हैरान कर दिया है। दोनों के बीच रन बनाने की होड़ दिख रही है और टीम इंडिया के लिए ऐसे पॉजिटिव कॉम्पिटिशन से अच्छी खबर नहीं हो सकती।

चल रही है ‘श्रेष्ठता की दौड़’
वेस्ट इंडीज के खिलाफ निर्णायक टी20 में टीम की जीत में रोहित-विराट दोनों का बल्ला गरजा। रोहित ने 34 गेंदों में 5 सिक्स समेत 71 रन ठोके तो कोहली ने 29 गेंदों में 7 छक्के समेत नाबाद 70 रन बनाए। ऐसा लगा, दोनों बल्लेबाज श्रेष्ठता की एक दौड़ में दौड़ रहे हैं और यहां कोई किसी से पीछे छूटने को तैयार नहीं है।

विराट-रोहित का कॉम्पिटिशन टीम के लिए अच्छापिछले कुछ समय से रोहित-विराट के बीच कुछ अंदरूनी मनमुटाव की खबरें भी आई हैं। रोहित द्वारा सोशल मीडिया पर विराट की पत्नी अनुष्का शर्मा को अनफॉलो करने और उस पर अनुष्का की प्रतिक्रिया से सार्वजनिक हुआ कि कप्तान-उपकप्तान के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। वर्ल्ड कप में टीम का सफर सेमीफाइनल में समाप्त होने पर रोहित बाकी टीम मेंबर्स से पहले ही इंग्लैंड से रवाना हो गए, जिससे इस चर्चा को और बल मिला था। इन खिलाड़ियों समेत हर किसी ने दोनों दिग्गजों के बीच किसी विवाद का हमेशा खंडन किया, मगर यह थिअरी चलती रही। टीम इंडिया के लिहाज से हालांकि अच्छी खबर यह है कि इनके आपसी रिश्तों का असर इनके व्यक्तिगत प्रदर्शन पर नहीं पड़ा, इसके उलट इसमें और निखार आया।

1983 की वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद ने इस बारे में कहा कि हर खिलाड़ी टीम के लिए ही प्रदर्शन करता है, अगर वह टीम के लिए अच्छा योगदान करेगा तभी आगे खेल पाएगा। विराट और रोहित दोनों कद्दावर खिलाड़ी हैं और उनकी अपनी एक प्रतिष्ठा है। वे उसी के अनुरूप खेलते हैं, जो भारत के लिए एक अच्छी बात है।

एक से बढ़कर एक पारियांटीम इंडिया के लिए पिछले कुछ समय में जहां विराट ने अपने बल्ले से कई मैच जिताने वाली पारियां खेली हैं, वहीं उनके डिप्टी रोहित शर्मा भी इस मामले में कमतर नहीं रहे हैं। इस कैलेंडर साल में भारतीय टीम वर्ल्ड कप के तौर पर अपने सबसे बड़े असाइनमेंट पर थी। इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप में विराट ने यूं तो कई उम्दा पारियां खेलीं, लेकिन बड़ी शतकीय पारियां उनसे दूर रहीं। लेकिन रोहित इस दौरान टॉप फॉर्म में रहे और रेकॉर्ड पांच सेंचुरी जड़ दीं, जिसकी बदौलत भारतीय टीम का सफर सेमी तक पहुंच पाया।

घर लौटने के बाद विराट ने फिर से रंग जमाया और साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश के खिलाफ टी20, वनडे और टेस्ट में कई शानदार पारियां खेलीं। विराट ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी 254* रन की सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत पारी भी खेली। वहीं रोहित को जब इसी दौरान मेहमान साउथ अफ्रीकी टीम के खिलाफ टेस्ट में ओपनिंग का मौका मिला तो उन्होंने इसको भरपूर भुनाते हुए रनों का अंबार लगाया और कई रेकॉर्ड्स तोड़े। उन्होंने सीरीज में तीन सेंचुरी समेत 529 रन ठोके और टेस्ट करियर की अपनी बेस्ट पारी (212) भी खेली।

प्रदर्शन ही है कसौटीपूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरिंदर खन्ना ने टीम इंडिया के दो सबसे स्टार्स की तुलना पर कहा कि विराट ने पिछले कुछ वर्षों से तीनों ही फॉर्मेट्स में जो निरंतरता दिखाई है, वह बेमिसाल है। उनके अनुसार, ‘रोहित भी वनडे क्रिकेट और टी20 में बेहद शानदार बल्लेबाजी करते हैं और जिस अंदाज में वो खेलते हैं उससे बैटिंग काफी आसान लगने लगती है। उनकी टाइमिंग बेहद खूबसूरत है।’

खन्ना के मुताबिक दोनों की अपना-अपना स्टाइल है लेकिन वह असरदार है और यह भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद शानदार बात है। आप देश के लिए खेलते हैं तो जाहिर है कि हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ करना चाहते हैं। दोनों बल्लेबाज इस वक्त टी20 इंटरनैशनल में दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में संयुक्त रूप से टॉप पर हैं। वर्ल्ड कप से लेकर अब तक रोहित ने हर फॉर्मेट में जमकर रन बरसाए हैं तो कप्तान कोहली भी हमेशा की तरह टॉप गियर में हैं। कुल मिलाकर, इनके बीच इस ‘हेल्दी कॉम्पिटिशन’ से भारत का खूब भला हुआ है।

Source: Sports

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *