प्रसिद्ध में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है, इस सत्र में मंदिर के खुलने के 27वें दिन इसके राजस्व ने 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लिया है। पिछले वर्ष यह आंकड़ा 60 करोड़ रुपये था। यह जानकारी मंदिर के अधिकारियों ने दी।
सबरीमाला मंदिर में इस बार पिछले दो महीनों से दर्शन कर रहे हैं। राजस्व की प्राप्ति प्रसाद के रूप में ‘अप्पम’ या ‘अरावन (पायसम)’ की बिक्री और इसे चढ़ाने से हुई है, जिसे श्रद्धालुओं ने नकद या सिक्के के जरिए खरीदा है। पिछले साल इसी समय सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में मंदिर को सभी उम्र समूह की महिलाओं के लिए खोल दिया था।
पिछले साल 28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। राज्य की वाम मोर्चा सरकार द्वारा इसका अनुपालन करने की प्रतिबद्धता जताए जाने के बाद दक्षिणपंथी संगठनों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए थे। भूमाता ब्रिगेड की नेता तृप्ति देसाई को 10-50 वर्ष की आयु की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के कारण इस साल एक बार फिर कोच्चि से ही लौटना पड़ा। पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें सुरक्षा देने से इनकार कर दिया।
Source: National