() के प्रमुख नजमुल हसन ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान का दौरा करने के लिए अपने खिलाड़ियों पर दबाव नहीं डाल सकता। बीसीबी का कहना है कि अगर आगामी प्रस्तावित सीरीज के लिए सुरक्षा क्लियरेंस मिल भी जाती है तो भी खिलाड़ियों पर पाकिस्तान जाने को लेकर दबाव डालना उचित नहीं होगा।
(PCB) ने आगामी सीरीज के लिए जो कार्यक्रम भेजा है, उसके मुताबिक दोनों टीमों के बीच जनवरी और फरवरी में दो टेस्ट और दो टी-20 मुकाबले खेले जाने हैं। ऐसे में जबकि इस सीरीज के लिए बीसीबी को सुरक्षा क्लियरेंस का इंतजार है, हसन मानते हैं कि इन सब तमाम बातों के बावजूद खिलाड़ियों पर पाकिस्तान जाने को लेकर दबाव नहीं बनाया जा सकता है और इसके लिए खिलाड़ियों की रजामंदी सबसे जरूरी है।
हसन ने कहा, ‘हम अपने खिलाड़ियों को पाकिस्तान जाने के लिए बाध्य नहीं कर सकते। अगर कोई खिलाड़ी वहां नहीं जाना चाहता तो फिर वह नहीं जाएगा। हम किसी पर दबाव नहीं बनाएंगे। और फिर यह रिप्लेसमेंट टीम को लेकर चर्चा करने का समय नहीं है। हम हालात के मुताबिक काम करेंगे।’
बीसीबी ने इससे पहले बांग्लादेश की महिला राष्ट्रीय टीम और बांग्लादेश की यू-16 टीमों को पाकिस्तान दौरे पर भेजा था। पाकिस्तान में 10 साल के अंतराल के बाद इंटरनैशनल क्रिकेट शुरू हो चुका है। बीते महीने श्रीलंकाई टीम सीमित ओवरों की सीरीज के लिए पाकिस्तान गई थी और अब वह टेस्ट सीरीज खेलने पहुंची है। इससे उत्साहित पीसीबी ने बीसीबी के सामने कराची में दिन-रात का टेस्ट मैच खेलने का प्रस्ताव रखा था।
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