उन्होंने आगे कहा, ‘राहुल गांधी द्वारा पाक-बांग्लादेशी क्रूर समुदाय के प्रति हमदर्दी, लेकिन वहां के प्रताड़ित हिंदू समुदाय का विरोध करते हुए वीर सावरकर का अपमान किया गया, वह निंदनीय और खतरनाक है।’ उन्होंने राज्य सरकारों से अपील की कि वे सभी अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई कर जान-माल व राष्ट्रीय संपत्ति के नुकसान के साथ-साथ किसी भी प्रकार की हिंसा को तुरंत रोकें।
उन्होंने कहा, ‘विरोध प्रदर्शन के नाम पर किसी को भी रेलवे स्टेशन, बसों, सरकारी संपत्ति, मीडिया या सुरक्षा बलों पर हमला करने की छूट नहीं दी जा सकती। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राज्य सरकारें देश की संसद व राष्ट्रपति द्वारा अधिकृत सीएए का विरोध कर इन हिंसक प्रदर्शनों में केवल मूक दर्शक बनी हुई हैं, जबकि इस अधिनियम का पालन करने के लिए संवैधानिक रूप से सभी को आगे आना चाहिए।’
Source: National