नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता डॉ. नरेश कुमार ने राष्ट्रीय राजधानी में कृषि भूमि के सर्किल रेट बढ़ाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ने सर्किल रेट बढ़ाने में भेदभाव किया है और यह दिल्ली के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार है। कुमार ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा को एक ज्ञापन सौंपकर कृषि भूमि में हुई अनियमितता को दूर करवाने की मांग की है। दिल्ली देहात के किसान जल्द ही इस संबंध में उपराज्यपाल अनिल बैजल से भी मुलाकात करेंगे। डा. नरेश कुमार ने कहा कि दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के राज्यों में कृषि भूमि के अधिग्रहण का भाव 17-18 करोड़ रुपए प्रति एकड़ है जबकि दिल्ली में जिलेवार सवा 2 करोड़ से लेकर 5 करोड़ रुपए प्रति एकड़ तक का भाव है। उन्होंने पूछा कि आखिर दिल्ली में कम भाव पर भूमि क्यों अधिग्रहित की जा रही है? इसका भाव कम से कम 20 करोड़ रुपए प्रति एकड़ होना चाहिए था। उन्होंने बताया कि हरियाणा में गुड़गांव जिले के चोमा और झाड़सा आदि गांवों में जमीनों के अधिग्रहण का भाव 17-18 करोड़ रुपए प्रति एकड़ है। वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा में जमीनों के अधिग्रहण का भाव 10-12 करोड़ रुपए प्रति एकड़ है तो दिल्ली के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? दरअसल, बुधवार को दिल्ली सरकार ने कृषि भूमि का सर्किल रेट सवा 2 करोड़ रुपए प्रति एकड़ से लेकर 5 करोड़ तक का भाव जिलेवार बढ़ाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में इससे पहले कभी भी जिलेवार जमीनों का अधिग्रहण का भाव नहीं तय किया गया। वर्ष 2008 में दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने पूरी जमीन का एक ही भाव रखा था। लेकिन केजरीवाल ने जिलेवार अलग-अलग भाव रखकर भेदभाव किया है।
Source: International