नवदुर्गा उत्सव समिति गांधीनगर बरगवां की बेहतरीन प्रस्तुति।
माता सती पर आधारित कथा सुंदर झांकी एवं प्रदर्शनी का हो रहा संचालन
बरगवां। मां जगत जननी आदिशक्ति पराशक्ति माता रानी के दरबार में प्रतिदिन लगता है भक्तों का तांता बेहतरीन साज सज्जा एवं लाइटिंग व्यवस्था से जगमगा उठती है संपूर्ण नगर की गलियां और माता रानी का दरबार जहां पर नवदुर्गा उत्सव समिति गांधीनगर के द्वारा माता सती पर आधारित कथा एवं स्वचालित मशीनरी के माध्यम से संपूर्ण वृतांत एवं प्रस्तुति दी जाती जो भक्तों के दर्शनार्थ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
माता सती पर आधारित झांकी एवं प्रदर्शनी का संचालन नवदुर्गा उत्सव समिति के सदस्य गणों के द्वारा कोलकाता से आए कलाकारों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है जिसमें माता सती के द्वारा अपने पिता प्रजापति दक्ष के यज्ञ कुंड में अग्नि स्नान करने की कथा का विधिवत संचालन करते हुए बताया जाता है कि माता सती के पिता प्रजापति दक्ष के द्वारा एक यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें सभी देवी देवताओं को निमंत्रण भेजा गया किंतु भगवान शिव शंकर कैलाशपति भोलेनाथ को और अपनी पुत्री माता सती को आमंत्रित नहीं किया गया उसे पर माता सती इस प्रकार किए गए व्यवहार को लेकर भगवान शिव के सामने दुख प्रकट करती हैं और अपने परमेश्वर भगवान शिव शंकर के अपमान जनित शब्दों को सुनकर आत्मग्लानि से भर गई और प्रजापति दक्ष के हो रहे यज्ञ में कूद कर अपनी आहुति दे दी। जिस पर भगवान शिव क्रोधित होकर तांडव एवं प्रलय लीला आरंभ करते हुए अपने अंश वीरभद्र एवं माता महाकाली को आदेशित करते हुए दक्ष प्रजापति के यज्ञ और अहंकार को नष्ट करने के लिए इस प्रकार किए गए कृत्य से रुष्ट होकर वीरभद्र के द्वारा दक्ष प्रजापति को दंडित किया गया।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी चली आ रही परंपरा को निरंतरता बनाए रखने के साथ दिनांक 12/10/24 को को बृहद रावण दहन कार्यक्रम के साथ देवी भगत एवं रामलीला का आयोजन और अंत में भगवान श्री राम करेंगे रावण दहन।