जी न्यूज़ तो ये भी है क़ी रेत हो या खेत किसी को नहीं छोड़ रही सहकार ग्लोबल कम्पनी

तथाकथित पत्रकार के दम सहकार ग्लोबल कम्पनी खड़ा कर रही अपना वर्चस्व

शहडोल जिले अंतर्गत रेत उत्खनन का कार्य कर रही सहकार ग्लोबल कंपनी द्वारा जैतपुर भाटिया रोड से लगे लुकामपुर में खादन क़ी लीज है औऱ सहकार ग्लोबल कम्पनी के द्वारा रेत खदान चल रही है औऱ रेत ग्राम कुलुहा पंचायत से ले जा रहे है,
वहीं एक खदान जैतपुर, साबो चाका,
ब्यौहारी में बोटीहा
जय सिंह नगर में आता है भटगवा बुरसी नवा गाँव, मशीरा रेत खदान पोंडी 1
पोंडी 2, से भीं रेत निकासी का खेल भारी मात्रा में सहकार ग्लोबल कम्पनी के द्वारा चलाया जा रहा है।
आपको बता दे क़ी मायनिंग विभाग क़ी जिम्मेदारी होती क़ी वो रेत खदान का सीमांकन कर के लीज बना कर देती है इसके अंतर्गत से ही रेत निकासी क़ी जानी चाहिए परंतु सभी नियमों क़ो ताक में रख कर सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा अवैध रेत उत्खनन करवाया जाता है
फरेस्ट एन ओ सी देती है परंतु यहाँ सहकार ग्लोबल कम्पनी के द्वारा
सभी नियमों क़ो सिथिल कर दिया जाता है यहाँ पर कोई नियम नहीं चलता

जी न्यूज़ तो ये भीं है क़ी बड़ी मिडिया संस्थानों से धक्का देकर निकाले गए है जी

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले
बड़े बे आबरू हो कर तेरे कूचे से हम निकले, यह शेर मशहूर शायर मिर्जा ग़ालिब साहब ने कई दशक पहले लिखें तो उन्होंने कभी यह नहीं सोचा होगा क़ी इस शेर का मतलब भीं शहडोल जिले में फिट बैठ जाएगा सूत्रों क़ी माने तो कभी बड़े प्रतिष्ठित मिडिया घराने स्वराज एक्सप्रेस व ibc 24 में कार्य करने वाले साहब जी क़ो धक्का मार कर निकाल दिया गया था अब वो सहकार ग्लोबल कम्पनी में रह कर जी हुजूरी कर रहे है इस तथाकथित पत्रकार के द्वारा पूर्व में एक बुढ़ार नगर क़ी एक प्रतिष्ठित कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा धक्का मार कर भगा दिया गया था, वही बुढार के ही कपड़ा व्यवसाई क़ो भीं झाँसा दिया गया था तथाकथित पत्रकार साहब जी अपना स मुँह ले कर सहकार ग्लोबल कम्पनी में मैंनेजमेंट का खेल चला रहे है सम्मानित पेशे से जुड़े होम के बाद भी इधर उधर मुँह मारना इनकी आदत में शुमार है।

जी न्यूज़ तो ये भीं है सड़को क़ी हलत दयनीय हो चली
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत आठ टन क़ी गाड़िया लोड लेकर परिवाहन कर सकती है परंतु यहाँ से ओवर लोड गाड़िया जिनकी पासिंग ही ग्रामीण छेत्रो से होती है उनमे ट्रकों में 50 से 60 टन रेत निकाली जा रही है. जिससे प्रधानमंत्री ग्रमीण सड़क योजना क़ी दुर्दशा कर दी गई है

परिवाहन विभाग कोमा में टी पी से चल रहा खेल

शहडोल जिले में परिवाहन विभाग कितना चुस्त दुरुस्त है यह किसी से छुपा नहीं है सूत्रों क़ी माने तो परिवाहन विभाग क़ी मिली भगत से ही ओवरलोडिंग का ये सारा खेल चल रहा है ओवर लोड गाड़िया सारी रात निकलती है परंतु मजाल है क़ी परिवहन विभाग एन पर कार्यवाही कर सके सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया क़ी एक नामी मीडिया घराने का तथाकथित पत्रकार जिसे पहले भीं कई नामी मीडिया घराने से निकाला जा चुका है ज़ो क़ी सहकार ग्लोबल कम्पनी में बिचौलिया का काम करता है उसी क़ी सेटिंग के दम पर रेत कहीं औऱ क़ी टी पी कहीं औऱ क़ी काटी जा रही है। औऱ जब भीं कोई कार्यवाही होती है तो अधिकारियो पर दवाब डाल कर गाड़ियों क़ो रास्ते में ही मामला सेट करके छुड़वा लिया जाता है।जिले में अवैध उत्खनन कर परिवहन जोरों शोरों पर चल रहा है। अब तो दिनदहाड़े माफिया रेत और मिट्टी का खनन कर परिवहन कर रहे हैं

जी न्यूज़ तो ये भीं है क़ी राजस्व की हो रही खुलेआम चोरी

शहडोल जिले में सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा अवैध रेत खनन करा कर हर माह लाखों रुपए के राजस्व की चोरी जी जा रही है औऱ सरकार क़ो लाखों रुपए का चूना हऱ माह लगाया जा रहा है राजस्व की चोरी हर दिन हो रही है इस क़ी जानकारी खनिज विभाग व राजस्व मे बैठे नीचे से लेकर ऊपर बैठे सभी अधिकारियों को है बावजूद इस के कोई कार्यवाही न होने कई सवालो को जन्म देता है महज एक तथाकथित पत्रकार द्वारा फैलाए गए इस जाल में ऊपर से लेकर नीचे तक सब मैनेज हो रहे है यह सवाल अपने आप में ही कई सवाल क़ो जन्म देता है।जिले में अवैध उत्खनन कर परिवहन जोरों शोरों पर चल रहा है। अब तो सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा रेत का खनन कर परिवहन कर रहे हैं आपको बता दे क़ी ठेकेदार को निकाले गए रेत की मात्रा के अनुपात में एक निश्चित राशि का भुगतान करना होता है. इसका भुगतान रॉयल्टी पर्ची की मदद से होता है. इसके बिना रेत का खरीद-बेच करना अवैध माना जाता है

खनिज विभाग और ठेका कंपनी की ये कैसी सांठगांठ

रेत के अवैध खरीद-बेच के मामले में खनिज विभाग की भूमिका संदेह के घेरे में नजर आ रही है. कही न कही शासन द्वारा स्वीकृति रेत खदान से बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत निकाली जा रही थी. मामले में जिम्मेदार खनिज विभाग इतने दिनों से अपनी आंखें मूंदे बैठे है मानो कुछ हुआ ही नहीं औऱ पूरा काम ही स्मूथ ढंग से चल रहा है

साहकार ग्लोबल कम्पनी में कार्यरत कर्मचारियों का नहीं है पुलिस वेरिफिकेशन

शहडोल जिले के अंतर्गत काम कर रही सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा स्थनीय युवाओ क़ो न तो रोजगार मुहैया कराया जा रहा है न ही नियमो का पालन ही किया जा रहा है, जानकार सूत्रों ने बताया क़ी जिस छेत्र से भीं रेत कम्पनी द्वारा करवाया जाता है वहाँ के 40% प्रतिशत लोगो क़ो रोजगार दिया जाता है, जबकि सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा स्थनीय ग्रामीणों को अभी तक कोई रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया है जबकि उत्तर प्रदेश बिहार के लोगों को यहां लाकर भर्ती किया गया है ज़ो क़ी अपने साथ असलहा ले कर पूरी रात घूमते है न तो सहकार ग्लोबल कम्पनी द्वारा अपने यहा के कर्मचारियों का कोई पुलिस वेरीफिकेशन भीं नहीं करवाया गया है कौन कब बड़ी घटना को अंजाम देकर निकल जाए क्या इसकी जवाबदेही सहकार ग्लोबल कम्पनी लेगी ❓
स्थानीय लोगो ने चर्चा में बताया क़ी पूरी रात ये लोग गाड़ियों से गस्त करते है औऱ राह चलते लोगो क़ो डराते धमकाते है।

इनका कहना है

लुकामपुर में किस जगह सहकार ग्लोबल कम्पनी रेत निकाल रही है जिस खदान क़ी लीज होंगी उसी से रेत निकाली जा रही होंगी मुझे ज़्यदा जानकारी तो नहीं है मै पता करके आपको बतऊँगा

राम गोपाल गुप्ता

मिडिया प्रभारी सहकार ग्लोबल कम्पनी

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