खदान मजदूर संघ किरंदुल ने सौजन्य भेंट कर दंतेवाड़ा विधायक को सौपा ज्ञापन

जितेन्द्र कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

किरंदुल: श्रमिक हित, उद्योग हित के साथ राष्ट्र हित सर्वोपरि के सूत्र वाक्य के सिद्धांतों पर चलते हुए कार्य करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध किरंदुल शाखा की खदान मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के यशस्वी विधायक चैतराम अटामी से सौजन्य भेंट करते हुए एनएमडीसी लिमिटेड के कर्मचारियों के लंबित पुनरीक्षित वेतनमान के आवश्यक आगामी कार्रवाई हेतु केंद्रीय इस्पात मंत्रालय से पहल करने हेतु निवेदन करते हुए किरंदुल काम्प्लेक्स में ठेका श्रमिकों की भर्ती में चल रही अनियमितताओं पर अंकुश लगाने हेतु पत्र सौंपते हुए मांग किया गया कि स्थानीय आदिवासी, वंचित, पिछड़े एवं जरूरतमंद पात्र बेरोजगारों को कार्य पर संलग्नीकृत किया जाए न कि किसी के घर में जाकर सेवा देने वाले परियोजना में पहले से कार्यरत श्रमिक के परिजनों को। खदान मजदूर संघ (सम्बद्ध भारतीय मजदूर संघ) शाखा किरंदुल के अध्यक्ष बी. दिल्ली राव, सचिव महेन्द्र कुमार, राजेंद्र यादव ने विधायक महोदय को लिखित एवं मौखिक रूप से सविस्तार जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि एनएमडीसी लिमिटेड किरन्दुल कॉम्प्लेक्स किरन्दुल में जो नियमित पदों पर भर्तियां की जाती है, वह राष्ट्रीय स्तर पर होने के कारण स्थानीय पात्र बेरोजगार नियमित नौकरी से वंचित रह जाते हैं। उनके तथा अन्य स्थानीय अभ्यर्थियों के घर पर दो जून की रोटी नसीब हो सके, इसलिए कम से कम ठेका श्रमिक के रूप में वे स्थानीय परियोजना में कार्य कर सकें यह सपना संजोय रहते हैं, किंतु ठेका श्रमिक भर्ती हेतु कोई भी मापदण्ड न होने के कारण तथा कोई भी नियमावली सुनिश्चित न होने के कारण अपने आप को श्रमिक नेता कहने वाले तथा श्रमिकों का ही शोषण करने वाले परियोजना में अपने प्रभाव का दुरूपयोग करते हुए अपने घर में तथा अपने निजी कार्य में संलग्न तथा परियोजना में ठेका श्रमिक होते हुए भी परियोजना का कार्य न कराते हुए अपने घर में माली कार्य, घर के लिए सब्जी लाना, मालिश करवाना आदि सेवायें लेते हैं तथा उन्हीं के घर के अन्य सदस्यों को परियोजना में ठेका श्रमिक के कार्य पर संलग्न करवाते हैं, यहां तक की वे अपने ही यूनियन की विगत 10 सालों से पर्ची कटाने वाले जरूरतमंद लोगों तक को एनएमडीसी में ठेका श्रमिक का कार्य नहीं दिलवाते, जब तक की उनके घर में उनका निजी कार्य न करें। कुछ लोगों से ठेका श्रमिक के कार्य के एवज में राशि की वसूली की शिकायत भी संज्ञान में आया है।
खदान मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने विधायक महोदय से अनुरोध किया कि, किरन्दुल परियोजना में ठेका श्रमिक की नियुक्तियों के लिए एक सुनिश्चित मापदण्ड बनाते हुए जनप्रतिनिधियों अथवा स्थानीय जनजाति वर्ग के नेताओं की अनुशंसा के बगैर नियुक्तियों पर विराम लगाने का कष्ट करें,

जिससे मंनमाने तरीके से होने वाली नियुक्तियों पर पाबंदी लग सके तथा वास्तव में वंचित, शोषित, आदिवासी, पिछड़े, स्थानीय लोगों को ही ठेका श्रमिक कार्य पर संलग्न किया जा सके न कि किसी श्रमिक नेता के घर में सेवा देने अथवा धन देकर कोई संलग्नीकृत हो। साथ ही यह भी अनुरोध किया गया कि परियोजना में संलग्नीकृत ठेका श्रमिकों की पूरी विस्तृत सूची हेतु परियोजना के अधिकारी को निदेशित करें, जिससे अवलोकन पश्चात् वास्तविक मूल्यांकन किया जा सके तथा वास्तव में जरूरतमंद वंचित, शोषित, आदिवासी, पिछड़े स्थानीय बेरोजगारों को न्याय दिलाया जा सके। विधायक चैतराम अटामी द्वारा इन मुद्दों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करते हुए शीघ्र ही आवश्यक आगामी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। इस अवसर पर खदान मजदूर संघ के पदाधिकारियों सहित मातृशक्तियाँ उपस्थित थी।

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