शहडोल में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मिले 32 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव, 30 हजार से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार

खनिज, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, स्टील प्लांट, कृषि और उद्यानिकी क्षेत्रों में दिखा रुझान

शहडोल में आयोजित प्रदेश की 7 वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान 32 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। प्रस्तावित औद्योगिक इकाइयों के स्थापित होने से 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। यह प्रस्ताव खनिज, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, स्टील प्लांट, कृषि एवं उद्यानिकी क्षेत्रों से संबंधित है।
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि शहडोल क्षेत्र में उद्योगों की स्थापना की अपार संभावनाएं है। यह उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ से समीप है। शहडोल, खनिज संसाधनों से समृद्ध है। जिसमें कोयला, बॉक्साइट, फायर क्ले और ग्रेनाइट प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यहाँ की वन संपदा और जैव विविधता इसे वन आधारित उद्योगों और औषधीय उत्पादों का प्रमुख केंद्र बनाती है। पर्यटन की दृष्टि से अमरकंटक नर्मदा और सोन नदियों का उद्गम स्थल है। धार्मिक और प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र है। उमरिया जिले में बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, सरसी आइलैंड पर्यटकों को आकर्षित करता है, आज आयोजित इस कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ किए गए संवाद से यह स्पष्ट हुआ कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश और उद्योग स्थापित किए जा सकते हैं।

5 हजार से ज्यादा उद्यमी हुए शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्थानीय एमएसएमई को बड़े उद्योगों के साथ साझेदारी करने के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे उनकी वृद्धि को बल मिलेगा एवं कुटीर ग्रामोद्योग को भी इकोसिस्टम में जुड़ने का अवसर मिलेगा। कान्चलेक्व में 5 हजारसे अधिक लोगों ने सहभागिता की। 50 से अधिक विशिष्ठ अतिथि तथा 3 हजार से अधिक एमएसएमई प्रतिभागियों ने भागीदारी की। जिनमें से अधिकांश ऊर्जा, खनिज, कृषि, उद्यानिकी, साथ प्रसंस्करण एवं पर्यटन क्षेत्र के उद्योगपति हैं।

15 उद्योगपतियों से सीएम ने किया वन टू वन
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों ने अपने अनुभव साझा किये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा 15 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन बैठक की गई। जिसमे टोरेंट पावर रिलायंस शारदा एनपीजेएमएस माइनिंग बजरंग पावर एक इस्पात आदि प्रमुख उद्योगपति शामिल रहे।

431 एकड़ भूमि का किया आवंटन
रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव शहडोल में 102 इकाईयों को 431 एकड़ भूमि आवंटित की गई जिसमें 3561 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश एवं 95का से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है। रीजनल इण्डस्ट्री कांक्लेव में 30 इकाईयों के भूमि पूजन लोकार्पण किए गए। जिसमें लगभग 572 करोड़ के प्रस्तावित निवेश और लगभग 2 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार सृजित होने की संभावना है।

मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण एवं भूमिपूजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उप तहसील (टप्पा) कार्यालय भवन चन्नौडी का लोकार्पण राशि 93.40 लाख, औद्योगिक पार्क गोहपारू (दियापीपर) शहडोल का भूमिपूजन किया। यह 16.13 करोड रूपये की लागत से 51 हेक्टेयर भूमि में विकसित किया जाएगा।

3 नए औद्योगिक क्षेत्र बनाए जाएंगे
सीएम ने शहडोल में 3 नए औद्योगिक क्षेत्र बनाने की घोषणा की है। जिसमें जिला शहडोल के ब्यौहारी तहसील, मऊ ग्राम में 37 एकड़ क्षेत्रफल, जिला उमरिया के चंदिया तहसील, लोढ़ा में 12 एकड़ क्षेत्रफल, जिला अनूपपुर के बड़गांव ग्राम में 11 एकड़ क्षेत्रफल में नवीन औद्योगिक क्षेत्र शामिल है।

इंजिनियरिंग कॉलेज में बढ़ाए जाएंगे पाठ्यक्रम
साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यूआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में स्नातक स्तर का बीटेक पाठ्यक्रम, आगामी सत्र से कंप्यूटर साइंस में नई टेक्नोलॉजी एआईएमएल, आईओटी, ड्रोन आदि का समावेश करने, स्नातकोचर स्तर का एमटेक पार्टटाइम पाठ्यक्रम, माइनिंग इंजीनियरिंग भी इसी सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की है। इसके साथ ही सेंट्रल वर्कशॉप, ट्रॉसिट, हॉस्टल एवं स्पोर्ट्स ग्राउंड भी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में विकसित करने एवं शहडोल रिंग रोड के निर्माण की घोषणा की।समारोह में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि आज का दिन शहडोल के लिए ऐतिहासिक दिन है। जो कान्क्लेव इंन्दौर और भोपाल में आयोजित होती थी उस रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन ने लोगों को रोमांचित कर रहा है। इस क्षेत्र पर भगवान की विशेष कृपा से खनिज और प्राकृतिक संसाधन के अपार भंडार हैं। यह क्षेत्र कई कारणों से विकास की दौड़ में कुछ पीछे रह गया था अब यहां तेजी से विकास होगा। प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हरित क्रान्ति के बाद अब प्रदेश में पर्यटन और औद्योगिक क्षेत्र में क्रान्ति हो रही है। शहडोल को विकास के नए अवसर देने के लिए मैं मुख्यमंत्री जी का यहां का प्रभारी मंत्री होने के नाते हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। समारोह में प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रदेश में औद्योगिक विकास के विभिन्न आयामों की जानकारी दी। समारोह में सचिव एमएसएमई प्रियंका दास ने लघु उद्यम तथा औद्योगिक निवेश नीति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। समारोह में प्रमुख सचिव खनिज उमाकांत उमराव, सचिव आईटी आशीष वशिष्ट, अतिरिक्त सचिव पर्यटन विदिशा मुखर्जी ने औद्योगिक निवेश से जुड़े विभागीय नीतियों और संभावनाओं की जानकारी दी। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीडियों कान्फ्रेंसिग के माध्यम से इंदौर, उज्जैन, सागर सहित अन्य संभागों के उद्यमियों से संवाद किया।मुख्यमंत्री का समारोह स्थल में परंपरागत लोक नृत्य गुदुम बाजा से स्वागत किया गया। समारोह में सांसद शहडोल हिमाद्री सिंह, सांसद सीधी डॉ राजेश मिश्रा, विधायक जयसिंहनगर मनीषा सिंह, विधायक जैतपुर जयसिंह मरावी, विधायक ब्यौहारी शरद कोल, अध्यक्ष कोल विकास प्राधिकारण रामलाल रौतेल, अन्य जनप्रतिनिधि, कमिश्नर शहडोल सुरभि गुप्ता, कलेक्टर शहडोल, उमरिया एवं अनूपपुर तथा बड़ी संख्या में उद्योगपति उपस्थित रहे।

निवेश प्रस्ताव

टोरंटो पावर लिमिटेड ऊर्जा 18000 करोड़
बजरंग पावर और इस्पात खनन 3300 करोड़
सिलेक्ट बिल्डर नवीकरण ऊर्जा 2500 करोड़
शारदा एनर्जी एंड मिनिरल्स लिमिटेड खनन 2500 करोड़ आरो कॉल प्राइवेट लिमिटेड खनन 1500 करोड़
जेएमएस मीनिंग सर्विस खनन 350 करोड़
एसएम प्रीमल सीमेंट एनाथोल राइस मिल 300 करोड़
डीडीटीसी एक्जिम लिमिटेड टेक्सटाइल 1200 करोड़
प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड खनन 250 करोड़
वाईएनए इंडस्ट्रीज नवीकरण ऊर्जा 200 करोड़
आरके ग्रुप ऊर्जा 110 करोड़ महावीर कॉल रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड खनन 100 करोड़ रमणीक पावर ऊर्जा 500 करोड़ एमएसएमई सेक्टर के 48 प्रस्ताव 1710 करोड़

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